टीम इंस्टेंटखबर
आगरा में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने एक हिंदू महिला से सम्बन्ध के मामले एक मुस्लिम व्यक्ति के परिवार के दो मकानों में शुक्रवार को आग लगा दी. जबकि एक वीडियो क्लिप में संबंधित महिला ने कहा कि वह उसके साथ अपनी मर्जी से गयी. पुलिस ने इस हमले में संलिप्त आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि यह हमला ‘धर्म जागरण समन्वय संघ’ नामक एक संगठन के सदस्यों ने किया.

इस घटना के सिलसिले में एक पुलिस चौकी के प्रभारी को लापरवाही के कारण निलंबित कर दिया गया है एवं स्थानीय थाना प्रभारी के विरूद्ध जांच का आदेश दिया गया है. पुलिस ने कहा कि यहां रुनक्ता इलाके में भीड़ ने उस मकान को फूंक दिया जिसमें जिम मालिक साजिद रहता था. इस परिवार से संबंधित समीप के मकान को भी जला दिया गया. भीड़ महिला का ‘अपहरण’ करने का आरोप लगाकर जिम मालिक की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी.

पुलिस का कहना है कि यह महिला 22 साल की है लेकिन अब भी स्कूल में है. रुनक्ता बाजार में दुकानें भी बंद रहीं और व्यापारियों ने भी साजिद की गिरफ्तारी की मांग की है. जिम मालिक के घर पर हुए हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ रही यह महिला सोमवार को लापता हो गयी थी. दो दिन बाद पुलिस ने उसे ढूंढ लिया लेकिन साजिद के ठिकाने का अब तक पता नहीं चल पाया.

महिला के परिवार के सदस्यों ने लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करायी थी जिसके बाद पुलिस उसे ढूंढने में जुट गयी. उनकी शिकायत पर भादंसं की धारा 366 के तहत मामला भी दर्ज किया गया. सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें यह महिला यह कहते हुए सुनी जा सकती है कि वह बालिग है और वह अपनी मर्जी से उस व्यक्ति के साथ गयी थी.

आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ दोनों ही बालिग हैं.”उन्होंने कहा कि पुलिस महिला को अदालत में पेश करेगी, किंतु वह अब तक ऐसा इसलिए नहीं कर पायी क्योंकि अदालतों में छुट्टियां हैं. इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस चौकी के प्रभारी को लापरवाही को लेकर निलंबित कर दिया गया है और सिंकदरा थाने के प्रभारी के विरूद्ध जांच का आदेश दिया गया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘ यदि वह दोषी पाये जाते हैं तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी.”