लखनऊ:
अग्निपथ योजना पर देश भर में मचे बवाल मेंरेलवे संपत्ति और यात्रियों के रिफंड को मिलाकर अबतक कुल 1000 करोड़ से ज्यादा के नुकसान की बात कही जा रही है. इन हिंसक घटनाओं में 12 लाख लोगों को यात्रा रद्द करनी पड़ी, 922 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द हुईं वहीँ 120 मेल ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द हुईं. इसके अलावा डेढ़ लाख यात्रियों को बीच रास्ते में ट्रेन छोड़नी पड़ी. 5 लाख से ज्यादा PNR रद्द हुए.

जानकारी के अनुसार करीब 70 करोड़ रुपए का यात्रियों को रिफंड दिया गया. पूर्व मध्य रेल जोन को 241 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ. 4 दिनों में देश भर में 922 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द हुई हैं. यदि एक PNR पर 3 यात्री मानें तो कुल 5 लाख से अधिक PNR रद्द हुए हैं, हर ट्रेन में औसतन 1200 से 1500 तक यात्री चलते हैं, जिससे करीब 12 लाख लोगों की यात्रा कैंसिल हुई.

रेल मंत्रालय ने उदाहरण देते हुए बताया कि यदि एक यात्री का किराया कम से कम 600 रुपए मानें तो कुल 70 करोड़ रुपए का रिफंड लौटाया जा रहा है. 827 पैसेंजर ट्रेनें कैंसिल रहीं. 120 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें आंशिक रूप से कैंसिल रहीं, जिससे करीब डेढ़ लाख यात्रियों को बीच में ही ट्रेन छोड़कर यात्रा रद्द करनी पड़ी.
इधर यूपी सरकार अग्निपथ स्कीम को लेकर तोड़फोड़, आगजनी और उपद्रव करने वालों की सूची तैयार कर रही है जिसे सेना को भेजा जायेगा।

बता दें कि रेलवे के अलावा राज्यों की रोडवेज बसों को भी बड़ी संख्या में नुक्सान पहुँचाया है , इसके साथ प्राइवेट वाहनों को भी जिसमें माल लदे भारी ट्रक भी शामिल हैं उन्हें आक्रोशित युवाओं आग के हवाले कर दिया। अभी इन सबसे कितना नुक्सान हुआ इसका आंकलन सामने नहीं आया है.