नई दिल्ली:
बिहार में अग्निपथ योजना के विरोध में मचे बवाल के बीच पटना के जिलाधिकारी डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज, वीडियो कैमरा और सोशल मीडिया में पोस्ट के आधार पर दोषियों की पहचान की जा रही है। जिलाधिकारी के अनुसार मसौढ़ी के दो कोचिंग संस्थानों द्वारा लोगों को हिंसा के लिए भड़काया गया। उनके विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

उनके मुताबिक लोगों को भड़का कर विधि- व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने में मसौढ़ी के अतिरिक्त पालीगंज, मनेर और पटना के भी कुछ कोचिंग संस्थानों का नाम आया है, जिनका सत्यापन कराया जा रहा है। प्रमाणित होने पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, एडीजी संजय सिंह ने बताया कि पूरी गतिविधियों पर आईबी और स्पेशल ब्रांच अलर्ट पर है। आम लोगों को इससे काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। पुलिस बल की संख्या सीमित है उसे सीमित जगह पर ही प्रोटेक्ट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना दोबारा ना हो इसे लेकर सचेत रहना होगा। सीसीटीवी फुटेज और वीडियोग्राफी में अराजक तत्वों और हिंसा करने वालों की पहचान की जा रही है। पहचाने जाने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी।