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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगे हार के घाव सूखने से पहले ही फिर हरे हो जाते हैं, कार्यकर्ताओं की तो बात ही छोड़िये भाजपा विधायकों का भी मोदी-अमित शाह का साथ छोड़ ममता का दामन पकड़ना जारी है. भाजपा के अबतक तीन विधायक ममता की छाँव में रहने के लिए TMC में शामिल हो चुके हैं. ताज़ी जोइनिंग विधायक बिस्वजीत दास की है, यह उनकी घर वापसी है. सोमवार को बिष्णुपुर से भाजपा विधायक तन्मय घोष टीएमसी में लौट आए थे. इनसे पहले 11 जून को मुकुल रॉय ने टीएमसी पार्टी ज्वाइन की थी.

बता दें, पश्चिम बंगाल चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 77 सीटें जीती थी. दास के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अब भाजपा की 72 सीटें ही बची हैं.

सोमवार को टीएमस में सामिल होते हुए बिष्णुपुर के विधायक तन्मय घोष ने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त है. घोष ने दावा किया था कि भाजपा पश्चिम बंगाल के लोगों के बीच अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है, जिसके कारण वह टीएमसी में शामिल हो गए.

उन्होंने कहा, ‘मैं सभी से पश्चिम बंगाल के कल्याण के लिए टीएमसी में शामिल होने का आग्रह करता हूं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथों को मजबूत करने की जरूरत है.’

घोष भी पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मार्च में टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. इससे पहले, घोष टीएमसी की युवा इकाई के बांकुड़ा जिले के बिष्णुपुर शहर के अध्यक्ष और स्थानीय नगर निकाय के पार्षद भी थे.