नई दिल्ली:
पेगासस स्पाइवेयर मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि एक नए स्पाइवेयर ने एक बार फिर सरकार को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है. एक साइबर सेफ्टी रिसर्चर्स के खुलासे में कहा गया है कि सरकारें अब पेगासस की जगह जासूसी के लिए एक नए ‘स्पाइवेयर’ का इस्तेमाल कर रही हैं, जिसका नाम ‘हर्मिट’ स्पाइवेयर है.
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर्मिट एक ऐसा नया एंड्रॉइड स्पाइवेयर है जिसका इस्तेमाल सरकारें हाई-प्रोफाइल लोगों को टारगेट करने के लिए कर रही हैं.
बताया जा रहा है कि जिन हाई-प्रोफाइल लोगों को इस स्पाइवेयर के जरिए निशाना बनाया जा रहा है, उनमें- बिजनेस एग्जीक्यूटिव्स, ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट, जर्नलिस्ट, गवर्नमेंट ऑफिसर आदि शामिल हैं. SMS के माध्यम से टारगेट सिस्टम में जो स्पाइवेयर इंस्टॉल होता है, यह स्पाइवेयर सबसे पहले कजाकिस्तान में पाया गया था इसके बाद में इसे सीरिया और इटली में भी देखा गया.
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