चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए रविवार को जारी मतगणना के अब तक आए रुझानों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मध्य प्रदेश में सत्ता में वापसी करती दिख रही है, वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे कांग्रेस शासित राज्यों को वह उससे छीनती नजर आ रही है। इन चुनावों में कांग्रेस के लिए राहत सिर्फ तेलंगाना से मिलती दिख रही है जहां वह भारी बहुमत की ओर अग्रसर है।

लेकिन इन सबके बीच अरविंद केजरीवाल की पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। दिल्ली और पंजाब में सरकार चलाने वाली आम आदमी पार्टी को हिंदी पट्टी के तीन प्रमुख राज्यों में भी अपना सिक्का चलाने की उम्मीद थी। मध्य प्रदेश में आप ने 70 से ज्यादा सीटों पर, राजस्थान में 88 और छत्तीसगढ़ में 57 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। कुल मिलाकर तीन सीटों पर आप ने 200 से ज्यादा उम्मीदवार उतारे थे लेकिन एक भी सीट पर कामयाबी नहीं मिली।

इन राज्यों में अरविंद केजरीवाल ने हर उस योजना को लागू करने की गारंटी दी थी जिसे दिल्ली और पंजाब में चलाया जा रहा है। मुफ्त बिजली और शिक्षा के दावे भी किए गए। लेकिन इनमें से किसी का फायदा केजरीवाल को मिलता नहीं दिखा।

बता दें कि छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर थी, वहीं दक्षिण के राज्य तेलंगाना में मुख्य मुकाबला भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और कांग्रेस के बीच हुआ। दोपहर डेढ़ बजे तक निर्वाचन आयोग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 163 सीट पर बढ़त के साथ सत्ता में फिर से वापसी करती दिख रही है जबकि कांग्रेस 64 सीट पर आगे है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) दो सीट पर आगे है। मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं ने जश्न मनाना भी शुरू कर दिया है। समाचार चैनलों पर आई तस्वीरों में भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं को ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचते और मिठाइयां बांटते देखा गया।

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि नतीजे दिखाते हैं कि लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी की ‘गारंटी’ को स्वीकार किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी सभाएं एवं अपील जनता के दिल को छू गईं और ये रुझान उसका परिणाम हैं।