पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने नेपोटिज्म पर अपने विचार रखते कहा कि क्रिकेट से इसे दूर बताया है। आकाश चोपड़ा ने कहा, “बड़े स्तर पर आप देखेंगे कि अगर नेपोटिज्म का असर होता तो रोहन गावस्कर, जोकि सुनील गावकस्कर के बेटे हैं, काफी समय तक क्रिकेट खेलते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जब उन्होंने भारत के लिए खेलना शुरू किया तो उसकी वजह बंगाल के लिए किया गया उनका शानदार प्रदर्शन था।”

उन्होंने आगे कहा, “सुनील गावस्कर ने अपने बेटे को मुंबई से खेलने नहीं दिया था। यही बात सचिन तेंडुलकर के बेटे अर्जुन के बारे में भी कही जा सकती है। उन्हें कुछ भी परोसा नहीं जा रहा है। अर्जुन अगर भारत या मुंबई रणजी टीम में खेलेंगे तो अपने प्रदर्शन की बदौलत ही खेलेंगे। उच्चतम स्तर पर कोई समझौता नहीं है।”

पिता बल्लेबाज, तो गेंदबाज हैं अर्जुन तेंदुलकर: बात अगर 24 सितंबर 1999 को जन्मे अर्जुन तेंदुलकर की करें, तो वह Ealing, मेलबर्न क्रिकेट क्लब यंग क्रिकेटर्स, मुंबई अंडर-14, मुंबई अंडर-16s और मुंबई अंडर-19 के लिए खेल चुके हैं।

अर्जुन तेज गति से खिलाड़ियों को परेशान कर चुके: अर्जुन तेंदुलकर की गेंदबीज में गति बढ़ती जा रही है। नेट प्रैक्टिस के दौरान यॉर्कर पर इंग्लैंड के ओपनर जॉनी बेयरस्टो को चोटिल कर चुके हैं। बेयरस्टो को इसकी वजह से प्रैक्टिस छोड़कर वापस तक लौटना पड़ा था।