लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित जवाहर भवन की पांचवीं मंजिल से बुधवार दोपहर में ग्राम विकास विभाग के एक कर्मचारी ने कूद कर जान दे दी। सरकारी दफ्तारों वाली इस बहुमंजिला इमारत में यह हादसा होते ही परिसर और ग्राम विकास विभाग में अफरातफरी मच गई। नीचे कर्मचारी तड़पता रहा किंतु किसी ने भी उसे अस्‍पताल पहुंचाने की पहल नहीं की। पुलिस के पहुंचने से पहले ही विभाग के अफसर वहां से चंपत हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पांचवीं मंजिल पर स्थित कर्मचारी के बैठने वाले कमरे को सील कर दिया है।

जवाहर भवन में ग्राम विकास विभाग का कार्यालय है। विभाग के कुछ कर्मचारी पांचवीं मंजिल पर बैठते हैं, जबकि नौवीं मंजिल पर स्थित मुख्‍य कार्यालय में अधिकारी आदि बैठते हैं। पांचवीं मंजिल के कार्यालय में बैठने वाले 59 वर्षीय प्रधान सहायक हरिश्‍चंद्र यादव जुलाई में रिटायर होने वाले थे। विभागीय साथियों के मुताबिक उन्‍नाव के मूल निवासी यादव इधर कुछ परेशान चल रहे थे। सुबह वह समय से ड्यूटी पर आए और करीब 12:30 बजे एक फाइल लेकर नौवीं मंजिल पर अधिकारियों को दिखाने के लिए ले गए। जहां उन्‍हें किसी बात पर झिड़क दिया गया। जिस पर वह नौवीं मंजिल की गैलरी में आकर ऊपर से कूद कर जान देने की बात कहने लगे। वहां मौजूद साथियों ने समझा-बुझाकर उन्‍हें शांत कराया।

वहां से पांचवीं मंजिल पर पहुंचते ही अचानक हरिश्‍चंद्र यादव ने नीचे की ओर छलांग लगा दी। जहां से वह सीधे परिसर स्थित एसबीआई के एटीएम के सामने गिरे। उन्‍होंने वहीं दम तोड़ दिया। उन्‍हें नीचे कूदते देखकर अफरातफरी मच गई। अधिकारियों-कर्मचारियों में यह खबर आग की तरह फैली। विभागीय साथियों के मुताबिक उनके छह बेटियां हैं।