नई दिल्ली। अब एलपीजी गैस कनेक्शन वाले उपभोक्ता अपनी छोड़ी हुई सब्सिडी वापस पा सकते हैं। सब्सिडी वापस पाने के लिए उपभोक्ता को उसे छोडऩे के एक साल के अंदर-अंदर वापस पाने का क्लेम करना होगा। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक, 27 मार्च 2015 को पीएम मोदी द्वारा शुरू किए गए कैंपेन गिव इट अप को एक साल पूरा हो गया है।

पेट्रोलियम मंत्री के अनुसार इस कैंपेन के तहत अब यदि उपभोक्ता अपने सब्सिडी छोडऩे के फैसले को बदलते हुए उसें वापस पाना चाहता हैं तो ऐसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि अब सब्सिडी सरेंडर एक साल के लिए ही वैध होगा। अब एकबार छोड़ी जाने वाली सब्सिडी दूसरे साल के लिए भी ऑटो रिन्यूअल नहीं होगी। इसके लिए अब उपभोक्ता को दोबारा से सूचित करना होगा। पेट्रोलियम मंत्री ने 1.13 करोड़ परिवारों को सब्सिडी छोडऩे के लिए धन्यवाद भी दिया।

अक्सर ऐसा होता है कि एलपीजी गैस कनेक्शन वाले कई उपभोक्ताओं से न चाहते हुए भी अपनी सब्सिडी छूट जाती है। इसके कई कारण हैं जिनमें मोबाइल फोन पर गैस बुक कराते समय सब्सिडी छोडऩे के लिए आने वाले मैसेज भी हो सकते हैं। इसके अलावा गैस कनेक्शन के लिए भरे जाने वाले फॉर्म में सब्सिडी छोड़े जाने के ऑप्शन को चुन लेना भी हो सकता है। हालांकि अब ऐसी गलतियां होने की वजह से यदि किसी उपभोक्ता की सब्सिडी छूट जाती और वो उसें वापस पाना चाहता है तो ऐसा हो सकता है।