नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में चीन ने जैश ए मोहम्मद चीफ मसूद अजहर पर बैन के रास्ते में रोड़ा अटकाया तो भारत ने वर्ल्ड उइगुर कांग्रेस (डब्ल्यूयूसी) नेता डोल्कुन ईसा को देश में आने की इजाजत दे डाली लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि निर्वासित उइगुर-चीनी नेता डोल्कुन ईसा का वीजा रद्द कर दिया गया है। ईसा ने दावा किया है कि उसे एक ईमेल मिला है जिसमें लिखा गया है कि 6 अप्रैल को जारी किए गए उसके वीजा को रद्द कर दिया गया है।

चीन के उइगुर मूल के और वर्तमान में जर्मन नागरिक डोल्कुन ईसा को धर्मशाला में वर्ल्ड उइगुर कांग्रेस में शामिल होने के लिए भारत आने की इजाजत दी गई थी। अब उसके वीजा रद्द किए जाने की खबर ने सभी को हैरत में डाल दिया है। डोल्कुन ईसा ने भारत के इस कथित कदम पर निराशा जताई।

विदेश मंत्रालय ने डोल्कुन ईसा के वीजा को रद्द किए जाने पर सफाई दी है। मंत्रालय ने कहा कि वीजा रद्द किए जाने के पीछे किसी तरह का चीनी दबाव वजह नहीं है और हम चीन के दबाव को लेकर चिंतित रहते भी नहीं है। मंत्रालय ने कहा है कि ईसा को जिस वक्त वीजा दिया गया, विदेश मंत्रालय को रेड कॉर्नर नोटिस की जानकारी नहीं थी।

MEA ने कहा कि भारत किसी दूसरे देश के नागरिक के खिलाफ जारी किए गए रेड कॉर्नर नोटिस को नजरअंदाज नहीं कर सकता है क्योंकि देश को अपने भी कई नागरिकों की तलाश है जिनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है।