लखनऊ। बसपा सरकार की योजनाओं का क्रेडिट सपा सरकार द्वारा लिये जाने के आरोपों पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। इन आरोपों को खारिज करते हुए कटाक्ष किया कि हम ऑक्सीजन देने वाले हरे भरे पार्क बनाते हैं, गर्मी में तपने वाले पार्क नहीं। शुक्रवार को यहां प्रदेश के बजट पर आयोजित परिचर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि कांग्र्रेस ‘पीके’ को ढूंढ़कर लाई है, हमारे पास ‘बुआजी’ हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव का वातावरण चल रहा है। ऐसे में हर कोई कोशिश कर रहा है। कांग्रेस ने ‘पीके’ढूंढ़ा है, पर हमें किसी की जरूरत नहीं है। हमे तो ‘बुआजी’ मिली हैं। बसपा ने अपनी योजनाओं की मंजूरी की तारीखें गिनाकर हम पर आरोप लगाए हैं। अगर उन्होंने 2008 में कागज पर मेट्रो चला दी थी तो 2012 तक मूर्त रूप में क्यों नहीं चलाई। इसी तरह आपने एक्सप्रेस वे बनाने की बात कही थी, तो अमल क्यों नहीं कर सके। फिर बोले, हम तो खुद अपना एक्सप्रेस वे बना रहे हैं। किसानों को चार गुना मुआवजा दिया, कहीं कोई हंगामा नहीं हुआ। पिछली सरकार ने एक एक्सप्रेस वे निजी क्षेत्र की मदद से बनवाया था तो हंगामा भी हुआ और निजी क्षेत्र का निर्माता 60 हजार करोड़ रुपये घाटे में भी चला गया। फिर बोले, आधारभूत ढांचे में तो सुधार करना ही होगा, वरना दिल्ली एक उदाहरण है, जबां ऑड-इवेन शुरू करना पड़ा। 

मुख्यमंत्री ने पिछली सरकार द्वारा बनाए गए स्मारकों पर भी सवाल खड़े किये। कहा कि हमारी सरकार को सर्वाधिक पुरस्कार मिल रहे हैं। फिल्म निर्माण में भी हमें सम्मानित किया गया। अब उनके बनाए पार्कों में कोई अप्रैल, मई, जून में शूटिंग कैसे कर सकता है, वे तो बस गर्मी में तपते हैं। इसके विपरीत हमारे बनाए पार्क ऑक्सीजन देते है। जनेश्वर मिश्र पार्क तो लंदन के हाइड पार्क से भी अच्छा है। अब हम पांच करोड़ पेड़ लगाने जा रहे हैं।