देहरादून: उत्तराखंड हाईकोर्ट द्वारा राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाने का आदेश देने के फैसले के बाद हरीश रावत ने कहा कि जो जो भी कोर्ट का आदेश है हम उसका पालन करेंगे। यह लड़ाई अब उत्तराखंड के सम्मान की बन चुकी है, जहां हम सबसे बड़ी पार्टी हैं। 34 विधायक हमारे साथ हैं।

रावत ने कहा कि मैं केंद्र से अब भी राज्य के साथ सहयोग की अपील करता हूं। इसके साथ ही मैं कड़वी यादों को भूलकर आगे बढ़ना चाहता हूं। अपने सहयोगियों और केंद्र से आगे बढ़कर काम करने की बात कहना चाहता हूं। वो चौड़े सीने वाले लोग, हम सिर झुकाकर काम करने वाले लोग हैं। रावत ने कहा कि केंद्र ने 4 बड़े घाव उत्तराखंड को दिए हैं। उस पर हाई कोर्ट ने उस पर मरहम लगाया है।

वहीं बीजेपी ने इस फैसले पर कहा कि हाईकोर्ट का जो फैसला आया है उस पर हमें हैरानी नहीं है। पिछले तीन दिन से कोर्ट ने जो टिप्पणियां की थीं, उससे यह तय लग रहा था। हरीश रावत अल्पमत में थे और हैं। यह 29 अप्रैल को साबित हो जाएगा।