इंटरनेट की दुनिया में अपनी बादशाहत बरकरार रखने के लिए गूगल ने चार नए फीचर लॉन्च किए हैं। कंपनी ने अपने मैप एप्लीकेशन को जहां ‘वॉयस वॉर्निंग सिस्टम’ से लैस कराया है, वहीं कैलेंडर एप में ‘गोल’ नाम का नया फीचर जोड़ने के साथ-साथ गूगल फोटोज पर चुनिंदा तस्वीरों का बैकअप बनाने की सुविधा भी दी है। स्मार्टफोन को आवाज के इशारे पर नचाने वाले ‘वॉयस एक्सेस’ एप की टेस्टिंग भी गूगल की ओर से शुरू की जा चुकी है।
यूजर को ट्रैफिक के प्रति आगाह करने के लिए ‘गूगल मैप’ अभी तक रंगीन लाइनों का सहारा लेता था। लाल रंग की लाइनें जहां संबंधित रूट पर भयंकर जाम लगा होने का संकेत देती थीं, वहीं हरी लाइनें बताती थीं कि रूट खाली चल रहा है। अब कंपनी ने अपने मैप एप पर ‘वॉयस वॉर्निंग सिस्टम’ उपलब्ध कराया है। यूजर जैसे ही एप पर किसी जगह का नाम टाइप करता है, गूगल मैप बताता है कि वहां ट्रैफिक की क्या स्थिति है। वह इस बात की भी जानकारी देता है कि संबंधित रूट पर वाहन किसी गति से चल रहे हैं और ट्रैफिक जाम छंटने में कितना समय लगेगा। यही नहीं, गूगल मैप यूजर को संबंधित जगह पर पहुंचने के वैकल्पिक रूट भी सुझाता है, वो भी संभावित यात्रा अवधि के साथ। यूजर चाहें तो इस रूट को डाउनलोड कर भविष्य में इस्तेमाल के लिए भी सहेज सकते हैं।
रोजमर्रा के काम में उलझे लोग अक्सर एक्सरसाइज करने या घूमने-फिरने के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। गूगल ने इस समस्या को ध्यान में रखते हुए अपने कैलेंडर एप में ‘गोल’ नाम का नया फीचर जोड़ा है। यह कैलेंडर में दर्ज गतिविधियों पर नजर दौड़ाकर व्यक्ति का शेड्यूल कुछ इस तरह से निर्धारित करता है कि उसे अपने शौक और ख्वाहिशें पूरी करने का भी समय मिल सके। यूजर गूगल कैलेंडर में ‘एड’ का बटन दबाने के बाद ‘गोल’ का विकल्प चुन सकते हैं। इसके बाद गूगल उनसे पूछेगा कि वे क्या करना चाहते हैं? दिन का कौन-सा समय इसके लिए उपयुक्त होगा? उन्हें संबंधित काम के लिए कितना समय चाहिए? सभी सवालों का जवाब देने पर ‘गोल’ यूजर के व्यस्त शेड्यूल में से समय निकालने के काम में जुट जाएगा। तय समय आने पर वह यूजर को मैसेज भेजकर अलर्ट भी करेगा।
‘गूगल फोटोज’ पर अभी तक या तो सभी फोटो का बैकअप बनाया जा सकता था या फिर किसी का भी नहीं। हालांकि कंपनी ने एक नया अपडेट जारी किया है, जिससे यूजर अपने अकाउंट में चुनिंदा तस्वीरें सहेज पाएंगे। उन्हें एक फोटो पर लंबे समय तक टैप करने के बाद उन सभी तस्वीरों को चुनना होगा, जिनका वे बैकअप बनाना चाहते हैं। इसके बाद मेन्यू बटन पर जाकर ‘बैकअप नाउ’ के विकल्प पर क्लिक करना पड़ेगा। संबंधित तस्वीरें गूगल अकाउंट पर अपलोड हो जाएंगी।
जरा सोचिए, आप ‘ओपन क्रोम’ कहें और स्मार्टफोन पर गूगल क्रोम खुल जाए तो कितना अच्छा हो। गूगल ने हाल ही में जिस ‘वॉयस एक्सेस’ एप की टेस्टिंग शुरू की है, उसके सफल होने पर यह कल्पना हकीकत में बदल सकती है। टेक जगत की खबरों के मुताबिक ‘वॉयस एक्सेस’ स्मार्टफोन को यूजर की आवाज के इशारे पर नचाएगा। वे ‘स्क्रॉल डाउन’ बोलकर फोन का पूरा मेन्यू देख सकेंगे तो ‘स्टॉप’ बोलकर किसी विकल्प पर रुक और ‘नेक्स्ट’ बोलकर अगले विकल्प पर जा पाएंगे।
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