भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई), जो देश के सभी खुदरा भुगतान प्रणाली का जनक संगठन है, ने आधुनिक आॅनलाइन भुगतान समाधान – एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) लाॅन्च किया। यह यूपीआई स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग और मोबाइल डेटा की गहरी पैठ जैसी प्रवृत्तियों को इस्तेमाल में लायेगा। यूपीआई निर्बाध रूप से तत्काल पुश एवं पुल ट्रांजेक्शंस करने के लिए उपयोगकर्ताओं को सशक्त बनायेगा, जिससे आज लोगों द्वारा भुगतान करने हेतु इस्तेमाल किये जाने वाले तरीकों में बदलाव आयेगा।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर, डाॅ. रघुराम राजन ने एनपीसीआई के सलाहकार, श्री नंदन निलेकणी; एनपीसीआई के चेयरमैन, श्री बालचंद्रन एम.; एनपीसीआई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी, श्री ए.पी. होता और एनपीसीआई के सीओओ, श्री दिलीप अस्बे की मौजूदगी में मुंबई में यूपीआई को लाॅन्च किया। 

एनपीसीआई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी, ए.पी. होता ने कहा, ‘‘आज जिन 29 बैंकों ने अपने ग्राहकों को यूपीआई सेवा प्रदान करने के लिए सहमति दी है, उनमें से कुछ ही बैंकों ने यूपीआई का इस्तेमाल शुरू किया है। हमें विश्वास है कि इस वर्ष अनेक बैंक यूपीआई से जुड़ेंगे और यह संख्या आगे कई गुना बढ़ेगी। हमारा जोर ‘नकदी-कम’ एवं डिजिटल-अधिक समाज बनाने के आरबआई के सपने को पूरा करने पर है। एनपीसीआई हमेशा से वैश्विक मानकों से बढ़कर नये उत्पाद एवं सेवाओं की खोज करने एवं उन्हें लागू करने में अग्रणी रहा है।’’