लखनऊ: दलितों को जोड़ने के लिए निकाली गई भीम ज्योति यात्रा के तीसरे चरण का समापन करते हुए कांग्रेस के उत्‍तर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. निर्मल खत्री ने कहा कि मायावती ने बाबा साहब की विचारधारा को ही पलट दिया। खत्री ने कहा कि वह सपा व बसपा के साथ कतई गठबंधन नहीं करना चाहते। दोनों ही दल भाजपा की गोद में  खेल में रहे हैं। पार्टी के विधानसभा टिकटों के सवाल पर उन्होंने कहा कि जून तक प्रत्‍याशियों की पहली सूची जारी करने की तैयारी चल रही है।

रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए निर्मल खत्री ने कहा कि मायावती कभी बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के रास्ते पर नहीं चलीं। बाबा साहब जाति प्रथा को खत्म करके बराबरी लाना चाहते थे। इसके विपरीत मायावती ने जाति प्रथा को जमकर बढ़ावा दिया। बसपा अकेली ऐसी पार्टी है जिसने जातियों के नाम पर भाईचारा कमेटियों का गठन किया है। डॉ. खत्री ने कहा कि भीम ज्योति यात्रा के जरिए बाबा साहब के नाम पर थोथे नारे लगाने वालों को बेनकाब किया गया।

बाबा साहब की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों का समापन लखनऊ के इटौंजा में 17 अप्रैल को होने वाली सभा में होगा, जिसके मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे होंगे। इस मौके पर पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व सांसद अनु टंडन, राजेश पति त्रिपाठी, वीरेन्द्र मदान, मारूख खान व संजीव सिंह समेत कई पार्टी नेता भी थे।