ग्रेटर नोएडा: वरिष्ठ किसान नेता ठाकुर धीरेन्द्र सिंह व युवा कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक भाटी चोटीवाला सैंकडों किसानों के साथ ग्रेटर नोएडा में आज गिरफ्तार किये गए।  गौरतलब है कि विभिन्न किसान संगठनों और वरिष्ठ किसान नेता धीरेन्द्र सिंह ने मोदी जी से मन की बात करने के लिए, उनकी किसान विरोधी सोच को उजागर करने के उददेश्य से, उनके नोएडा आगमन पर विरोधस्वरूप काले झंडे दिखाये जाने का ऐलान किया गया था। उसी क्रम में आज जनपद गौतमबुद्धनगर के विभिन्न ग्रामों के सैंकडों किसान मोदी जी के रैली स्थल के लिए गुप्त रास्तों से नोएडा कूच कर रहे थे। जैसे ही किसानों का काफिला परिचैक के पास पहुॅचा तो वहां भारी तादात में मौजूद पी.ए.सी. व कई थानों की पुलिस ने वहां रस्सी डालकर किसानों को जबरदस्ती आगे बढने से रोका। पुलिस के इस अलोकतंत्रीय व्यवहार से किसान आक्रोशित हो गया तथा किसान विरोधी नरेन्द्र मोदी के गगनभेदी नारों के साथ वहीं जमीन पर बैठ गये। वरिष्ठ किसान नेता धीरेन्द्र सिंह ने प्रर्दशन कर रहे लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ’’पूंजीवादी सोच रखने वाले मोदी जी जब तक किसानों से बात नही  करेंगे, तब तक हम यहीं अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे।’’ किसानों का आक्रोश और अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा से वहां मौजूद उपजिलाधिकारी जेवर तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी जेवर, कासना, सूरजपुर, रबूपुरा और जेवर के कोतवाल ने आस-पास के थानों से भारी फोर्स बुलाकर किसानों को गिरफ्तार कर बसों में ठूस दिया तथा पुलिस लाईन लेकर आ गये। पुलिस लाईन में वरिष्ठ किसान नेता ठाकुर धीरेन्द्र सिंह व दीपक भाटी चोटीवाला ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ’’जब तक देश के किसानों को उनकी फसल की उत्पादन लागत का वाजिब मूल्य नही मिलेगा तथा केन्द्र की सरकार देश में हो रही किसान आत्महत्याओं को रोकने के लिए कोई कारगर कदम नही उठायेगी, तब तक देश के किसानों की यह लडाई जारी रहेगी। देश में  विद्वेष फैलाकर, धर्म और मजहब की दीवारें खडी कर भाईचारे को तोडने की साजिश का पर्दाफाश किया जायेगा तथा फासीवादी सोच रखने वाले लोग देश की गददी पर ज्यादा दिन टिक नही पायेंगे।’’  

पुलिस लाईन में गिरफ्तार किसानों की हौसला अफजाई के लिए खुर्जा विधानसभा से कांग्रेस के विधायक श्री बंशी सिंह पहाडिया ने वहां पहुॅचकर मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारियों को खरीखोटी सुनाई व भारतीय लोकतंत्रीय व्यवस्था में लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ किये गये इस दुव्र्यवहार की भत्र्सना की व ऐलान किया कि इन अधिकारियों के खिलाफ विधानसभा में आवाज उठाई जायेगी।