सहकारिता मंत्री  ने पैकफेड की 731 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सहकारिता, राजस्व, लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने सहकारिता आन्दोलन से जुड़े अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियो से कहा कि सभी लोग समाज के पिछड़े, उपेक्षित एवं गरीब लोगों की मदद करने के लिए आगे आये जिससे कि वे किसी भी तरह से पीछे न रहे। उन्होंने कहा कि सहकारी संस्था से जुड़े सभी अधिकारी/कर्मचारी ऐसा काम न करे जिससे संस्था की शाख पर बट््टा लगें। श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार किसी कीमत पर ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नही करेगी। उन्होंने कहा कि संस्थाओं को चलाने मे किसी भी तरह की रूकावट नही आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि हम सभी लोगों को संस्था, गरीब एवं उपेक्षित लोगो के हितों को ध्यान मे रखते हुए गम्भीरता से सोचना एवं चिन्तन करना होगा ताकि सहकारी आन्दोलन किसी भी तरह से कमजोर न होने पायें। 

 श्री यादव आज उ0प्र0 विधायन एवं निर्माण सहकारी संघ (पैकफेड) द्वारा आयोजित वार्षिक सामान्य निकाय की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर श्री यादव ने पैकफेड की 731 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब पैकफेड को कोई निर्माण कार्य नही देता था, परन्तु जब से प्रदेश में वर्तमान सरकार बनी है लगातार प्रयास करके संस्था को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है। श्री यादव ने कहा कि कुछ अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की वजह से संस्था को नुकसान पहुँचा है। हमे ऐसे लोगों से सावधान रहना होगा। हमे अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपनी शाख को ठीक रखना होगा। शासन के अधिकारी भी प्रयास करके शासन से शीघ्रता से पत्रावलियों का संचालन करे। श्री यादव ने कहा कि सहकारिता के उद््देश्य को पूरा करने के लिए जनप्रतिनिधियों को भी ठीक से काम करना होगा।

    श्री यादव ने अधिकारियों को आगाह करते हुए कहा कि जो भी ठीक से काम नहीं करेगा उसके विरूद्ध कड़ी कर्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि सहकारिता आन्दोलन को कमजोर करने वालों को सावधान हो जाना चाहिए। श्री यादव ने कहा कि यदि सहकारिता आन्दोलन कमजोर हुआ तो जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। 

पैकफेड सहकारिता क्षेत्र की शीर्ष स्तर की राजकीय निर्माण एजेंसी है, जो वर्तमान सरकार द्वारा राजकीय निर्माण एजेंसी घोषित किया गया है। पैकफेड के प्रबन्ध निदेशक राजीव यादव ने अपने भाषण में बताया कि शासनादेश संख्या -5/2015 /ई-8-10 92(1) / दस-2015-1074/2012 दिनांक 08 सितम्बर 2015 द्वारा पेकफेड को निर्माण एजेंसी के रूप में मान्यता प्रदान की गयी, जिसके अनुसार पैकफेड को रू0 20.00 करोड़ तक की लागत के मानकीकृत तथा रू0 10.00 करोड़ की लागत के गैर मानकीकृत निर्माण कार्यों हेतु अधिकृत किया गया है। इस संस्था के सम्पूर्ण प्रदेश में 33 कम्प्यूटराइज्ड प्रखण्ड एवं 41 प्रयोगशालाएंे स्थापित हैं, जिनके माध्यम से उच्च गुणवत्ता के निर्माण कार्य एवं निर्माण सामग्री परीक्षण किये जाने की सम्पूर्ण व्यवस्था है। संस्था के पास 67 आर्किटेक्ट तथा 15 स्ट्रक्चरल डिजाइनर्स का पैनल कार्यरत है, जो विभिन्न परियोजनाओं की ड्राइंग एवं डिजाइन मानको के अनुरूप आवश्यकतानुसार तैयार करते हैं। उच्च गुणवत्ता की जांच हेतु मुख्यालय स्तर पर एक तकनीकि जांच कमेेटी गठित की गयी है, जिसके द्वारा समय-समय पर निर्माण कार्यों की उच्च गुणवत्ता की जांच करायी जाती है।

श्री शिवपाल सिंह यादव सहकारिता मंत्री ने आज पैकफेड द्वारा निर्मित विभिन्न विभागों राजस्व, प्राविधिक शिक्षा, ग्रामीण गोदाम, स्वास्थ्य, व्यवसायिक शिक्षा, अल्पसंख्यक, शिक्षा, रेशम, स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण, गृह विभाग, पशुपालन की 550 परियोजनाओं (लागत 26589.19 लाख रू0) का लोकार्पण तथा विभिन्न विभागों राजस्व, प्राविधिक शिक्षा, शिक्षा विभाग, महिला कल्याण, व्यवासायिक शिक्षा, विकलांक कल्याण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, गृह विभाग, पिछड़ा वर्ग, पशुपालन, परिवहन, निर्वाचन विभाग, सहकारिता, चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, कृषि एवं संस्कृति विभाग की 180 (लागत 36446.26 लाख रू0) परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

कार्यक्रम में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शादाब फातिमा, प्राविधिक शिक्षा मंत्री फरीद महफूज किदवई, तथा प्रमुख सचिव सहकारिता किशन सिंह अटोरिया एवं पैकफेड के अध्यक्ष तोताराम यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किये।