लखनऊ: उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा वर्ष 2015 के लिए कल 26 मार्च को घोषित किये गए पुरस्कारों के तहत फिक्शन के लिए एक लाख रूपये के पुरस्कार को त्रुटिवश लखनऊ की श्रीमती मसरूर जहाँ के नाम से ऐलान कर दिया गया था। श्रीमती मसरूर जहाँ का नाम वापस लेते हुए उनके स्थान पर इस पुरस्कार के लिए आगरा के डॉ तारिक छतारी के नाम का ऐलान किया गया है। 

यह जानकारी उर्दू अकादमी के सचिव श्री एस रिजवान ने आज यहाँ दी। उन्होंने बताया कि श्रीमती मसरूर जहां को वर्ष 2009 में रू0 1,00,000ध् का पुरस्कार दिया जा चुका था। इस स्थिति में अकादमी नियमावली के अनुसार किसी को भी एक पुरस्कार देने के बाद 10 वर्ष तक उसे दूसरा पुरस्कार दिये जाने पर विचार नहीं किया जा सकता। फलस्वरूप पुरस्कारों के लिए घोषित नामों की सूची में उपरोक्तानुसार आंशिक संशोधन कर दिया गया है।  इस सम्बंध में एक संशोधन कल 26 मार्च को ही जारी कर दिया गया था। देर से जारी किये गए इस संशोधन के चलते कई समाचार पत्रों में संशोधित नाम नहीं प्रकाशित हो सका।