अहमदाबाद : देशभक्ति और ‘भारत माता की जय’ पर जोरदार बहस के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि इस नारे पर विवाद व्यर्थ है।

आडवाणी ने गांधीनगर में एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। यह एक व्यर्थ का विवाद है।’ दरअसल उनसे इस मुद्दे पर टिप्पणी करने को कहा गया था, जिस पर उन्होंने यह कहा। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने ‘भारत माता की जय’ कहने से इनकार करते हुए कहा था कि वह ऐसा करने के लिए संविधान द्वारा आबद्ध नहीं हैं। इसी के मद्देनजर आडवाणी का बयान आया है। ओवैसी के बयान से पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि युवकों को देशभक्ति के नारे सिखाए जाने चाहिए।

यह मुद्दा एक राजनीतिक छींटाकशी में तब्दील हो गया। शिवसेना, भाजपा और अन्य पार्टियों ने उनके रूख को लेकर हैदराबाद के सांसद की आलोचना की जबकि मध्य प्रदेश विधानसभा ने ओवैसी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। गांधीनगर से लोकसभा सदस्य आडवाणी ने सांसद निधि कोष के उपयोग के बारे में आज स्थानीय पाषर्दों और विधायकों के साथ एक समीक्षा बैठक की।

आडवाणी ने कहा, ‘मैंने गांधीनगर स्थानीय निकाय के निर्वाचित सदस्यों ओर इलाके के विधायकों के साथ एक बैठक की ताकि सांसद निधि के उपयोग का जायजा लिया जा सके जो सांसदों को अपने इलाकों में विकास कार्य करने के लिए दिया जाता है।’ भाजपा नेता ने कहा कि वह विकास कोष के उपयोग से खुश हैं।