बेंगलुरू : चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर जीत से आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम बुधवार यानी 23 मार्च को यहां आईसीसी विश्व ट्वेंटी20 में मुश्किलों में घिरी बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले मुकाबले में एक और विशाल जीत दर्ज कर सेमीफाइनल के करीब पहुंचने का लक्ष्य बनाये होगी।

न्यूजीलैंड से शुरूआती मैच में मिली शिकस्त से दबाव में घिरी शुरूआती चरण की चैम्पियन भारतीय टीम ने ईडन गार्डंस पर पाकिस्तान को हराकर वापसी की और टूर्नामेंट में अपना अभियान फिर से पटरी पर ला दिया। ग्रुप दो के सुपर 10 मुकाबले में जीत से मेजबान टीम सेमीफाइनल स्थान के एक कदम करीब आ जायेगी और सुनिश्चित करना चाहेगी कि वह बड़ी जीत दर्ज करे ताकि उनका ‘नेट रन रेट’ सुधर जाये जो न्यूजीलैंड से मिली हार से बिगड़ गया।

वहीं बांग्लादेश टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर है और अगर वह जीत जाता है तो भी उसे अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीद के लिये नेट रन रेट के गणित के उपर निर्भर रहना होगा। हालांकि दोनों टीमों की मौजूदा फार्म को देखा जाये तो भारत इस मैच में प्रबल दावेदार है, हालांकि बांग्लादेश बड़े टूर्नामेंट में बड़ी टीमों के खिलाफ उलटफेर करने के लिये मशहूर है।

भारत का बल्लेबाजी लाइनअप बेजोड़ है, जिसके अगुवा विराट कोहली हैं। जिससे टीम का पलड़ा स्पष्ट रूप से भारी है और बांग्लादेशी गेंदबाजों के लिये उन्हें रोकने और मेजबान टीम को आउट करने में काफी कठिनाई पेश आयेगी। भारत के लिये बल्लेबाजी में चिंता का विषय सिर्फ सलामी बल्लेबाज शिखर धवन, सुरेश रैना और रोहित शर्मा हालांकि घरेलू परिस्थितियों में खेलने से इस तिकड़ी के जल्द ही फार्म में लौटने तथा किवी और पाकिस्तान के खिलाफ अपनी असफलता की भरपायी करने की उम्मीद है। लेकिन कोहली पर फिर से सभी की निगाहें लगी होंगी जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 55 रन की क्लास पारी खेली। जहां तक सहजता से रन बटोरने का संबंध है तो यह विस्फोटकीय दायें हाथ का बल्लेबाज इस समय बाकी खिलाड़ियों में सबसे आगे है।

कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उम्मीद लगाये होंगे कि कोहली एक बार फिर भारतीय पारी की जिम्मेदारी संभाले, बशर्ते उन्हें बाकी बल्लेबाजी लाइन अप से अच्छा सहयोग मिले। थिंक टैंक शर्मा, धवन और रैना की लगातार असफलताओं के कारण अजिंक्य रहाणे को मौका देने पर विचार कर सकता है, जो अभी तक टूर्नामेंट में नहीं खेले हैं।

युवराज सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में महत्वपूर्ण 24 रन बनाये और कोहली के साथ 61 रन जोड़े। वह भी कल के मैच में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखना चाहेंगे। गेंदबाजी में आक्रमण ठीक लगता है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि धोनी सीनियर आफ स्पिनर हरभजन सिंह को लाने का फैसला करते हैं या नहीं क्योंकि अभी तक पिचंे धीमे गेंदबाजों के मुफीद ही रही हैं।

इसके विपरीत अपने दोनों मैच गंवाने वाली बांग्लादेशी टीम उन सवालों के जवाब ढूंढ रही कि उनकी तैयारियों में क्या कमी रह गयी। एशिया कप के फाइनल्स में पहुंचकर सनसनी फैलाने वाली टीम विश्व टी20 के मुख्य ड्रा में बेतरतीब हो गयी। हालात को देखते हुए बांग्लादेशी कप्तान मशरफी मुर्तजा शकिबुल हसन और महमूदुल्लाह की आल राउंड काबिलियत पर भरोसा रखेंगे जिन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया।

थिंक टैंक तमिम इकबाल की वापसी पर भी विचार कर रहा होगा, जो अच्छी फार्म में हैं जिन्होंने क्वालीफायर में नाबाद 103, 47 और नाबाद 83 रन के अलावा पाकिस्तान के खिलाफ 25 रन बनाये। टीम उम्मीद लगाये होगी कि उनके सलामी जोड़ीदार सौम्य सरकार फार्म में आकर टीम को अच्छी शुरूआत दिलायें। बांग्लादेश के लिये सबसे बड़ी मुश्किल तास्किन और सन्नी की जगह उचित खिलाड़ी को लाना होगी। इनके निलंबन का इतना असर पड़ा है कि मुर्तता प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इन दोनों के बारे में पूछने पर रो पड़े, उन्होंने कहा कि यह निलंबन काफी कड़ा है।

मुर्तजा का इस तरह रोना संकेत देता है कि बांग्लादेशी ड्रेसिंग रूम का मनोबल कितना गिरा हुआ है, हालांकि टीम ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार में भी ठीक ठाक प्रदर्शन किया था। उनके लिये अच्छी बात यह है कि मुस्तफिजुर रहमान ने चोट के बाद वापसी करते हुए बीती रात दो विकेट हासिल किये। वह चोट के कारण क्वालीफायर और पाकिस्तान के खिलाफ सुपर 10 का पहला मुकाबला नहीं खेल पाये थे।