लखनऊ: एचडीएफसी बैंक ने उत्तर प्रदेश में चार लाख स्कूल शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए श्री अरविंद सोसायटी के साथ एक साझेदारी की है। न्यूनतम लागत के साथ नवोन्मेष पर विशेष ध्यान को दर्शाते हुए इस पहल को जीरो इन्वेस्टमेंट इनोवेशन इन एजुकेशन इनिशिएटिव का नाम दिया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार का प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग भी इस पहल में नजदीकी रूप से शामिल है और इसने जमीनी स्तर पर समन्वय एवं क्रियान्वयन में मदद करने के लिए श्री अरविंद सोसायटी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं।
इस कार्यक्रम में सरकार स्कूलों के चार लाख से अधिक शिक्षकों को सबसे पहले एक अवधारणा के रूप में श्नवोन्मेषश् से परिचित कराया जायेगाए और उसके बाद हर साल हजारों स्कूलों में शून्य निवेश वाले विचारों के कार्यान्वयन में सहयोग दिया जायेगा। यह अनुकूलन ;ओरिएंटेशनद्ध कार्यक्रम शिक्षकों को मौजूदा शिक्षा पाठ्यक्रम को समकालीन और प्रासंगिक बनाने के लिए आवश्यक परिवर्तनों के बारे में एक समग्र दृष्टिकोण देगा।
इस प्रयास के तहत राज्य के 1.7 लाख प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में से लिये गये शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगाए जिसका उद्देश्य 2 करोड़ से अधिक छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना होगा। इनमें से 70 फीसदी छात्र ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। यह अपनी तरह का पहला प्रयास हैए जो बैंक की ओर से अपने कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के माध्यम से स्थानीय जनता के जीवन में सुधार लाने के लिए बैंक के निरंतर प्रयास का एक हिस्सा है। इसके पहले चरण में दो लाख से अधिक शिक्षकों को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका हैए जिन्होंने 50,000 से अधिक नवोन्मेषी विचारों को सामने रखा है। इनमें से शीर्ष 25 विचारों का चयन करके राज्य भर में 40,000 स्कूलों में लागू किया जायेगा।
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी। जिला बार एसोसिएशन की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को जनपद न्यायाधीश दिनेश…
राबर्ट्सगंज संसदीय क्षेत्र में ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) के एजेंडा लोकसभा चुनाव 2024 एवं…
(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) मोदी जी ने क्या कुछ गलत कहा था? राहुल गांधी अमेठी…
आगरादिनों दिन गिरती मोदी जी की भाषा भाजपा के हार की गारंटी है. मोदी जितना…
यौन उत्पीड़न के आरोपी जद (एस) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एसआईटी ने शिकंजा कसना…
विराट कोहली को अपने स्ट्राइक रेट के चलते कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।…