वेस्टइंडीज की 6 विकेट से जीत 

मुंबई: वेस्टइंडीज ने आईसीसी विश्व टी20 चैंपियनशिप के सुपर-10 के ग्रुप-एक के मैच में बुधवार को मुंबई में खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड को छह विकेट से हरा दिया। वेस्टइंडीज के बल्लेबाज क्रिस गेल ने छक्कों की ऐसी झड़ी लगाई कि इंग्लिश गेंदबाज चारों खाने चित्त हो गए।

क्रिस गेल ने सिर्फ 48 गेंदों में 11 छक्कों और 5 चौकों के साथ 100 रन की नाबाद पारी खेली। गेल की इसी धुआंधार पारी की बदौलत वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड से मिले 183 रन के मुश्किल लक्ष्य को 11 गेंद पहले ही हासिल कर लिया।

वेस्टइंडीज की ओर से गेल के अलावा मार्लन सैमुअल्स ने 37 रनों की पारी खेली। आंद्रे रसेल भी 12 रन बनाकर नाबाद रहे। इंग्लैंड की ओर से डेविड विल्ली, रीस टॉपले, आदिल राशिद और मोइन अली ने एक-एक विकेट हासिल किए।

इससे पहले इंग्लैंड के चोटी के सभी छह बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे, जिससे उसने वेस्टइंडीज के खिलाफ छह विकेट पर 182 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।

वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया, लेकिन उसकी गेंदबाजी में पैनापन नहीं दिखा। इंग्लैंड के लिए जो रूट ने 36 गेंदों का सामना करके सर्वाधिक 48 रन बनाए। उन्होंने एलेक्स हेल्स (26 गेंद पर 28) के साथ शुरुआती दस ओवरों में रन बनाने का जिम्मा उठाया। जबकि जोस बटलर (20 गेंदों पर 30), कप्तान इयोन मोर्गन (14 गेंदों पर नाबाद 27) और बेन स्टोक्स (सात गेंदों पर 15 रन) ने डेथ ओवरों में रन बटोरे। इंग्लैंड ने आखिरी चार ओवरों में 54 रन बनाए।

इंग्लैंड के हर बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट बढ़ते क्रम में रहा, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने पारी आगे बढ़ने के साथ रन गति भी तेज की। आंद्रे रसेल और ड्वेन ब्रावो ने वेस्टइंडीज की तरफ से दो-दो विकेट लिए, लेकिन उन्होंने भी अन्य गेंदबाजों की तरह रन लुटाए।

इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने शुरू में परिस्थितियों को परखने की कोशिश की। पहले दो ओवरों में पांच रन बने लेकिन जेरोम टेलर का अपने दूसरे ओवर में लाइन और लेंथ के लिये जूझना इंग्लैंड के लिए फायदेमंद साबित हुआ। इस ओवर में 18 रन बने, जिसमें जैसन राय के दो चौके शामिल हैं। दूसरी तरफ टेलर के साथ गेंदबाजी का आगाज करने वाले बद्री के दूसरे ओवर में हेल्स ने लगातार तीन चौके लगाए।

हेल्स हालांकि अपनी ख्याति के अनुरूप अपेक्षित तेजी से नहीं खेल पाए। उन्होंने सुलेमान बेन की फ्लाइट लेती गेंद पर बोल्ड होने से पहले 25 गेंदों पर 28 रन बनाए। रसेल ने अपने दूसरे स्पैल में आकर रूट को अर्धशतक बनाने से रोका। रूट ने लंबा शॉट खेलकर पचासा पूरा करना चाहा, लेकिन गेंद सीमा रेखा पर खड़े टेलर के हाथों में समा गई। रूट ने तीन चौके और दो छक्के लगाए।

डेथ ओवरों में स्कोर को गति देने की जिम्मेदारी बटलर और मोर्गन की थी, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया। बटलर ने ब्रदी, सुलेमान बेन और ड्वेन ब्रावो की गेंदों को छह रन के लिए भेजा। ब्रावो पर एक और छक्का लगाने के प्रयास में उन्होंने भी सीमा रेखा पर कैच थमाया।

इससे कोई असर नहीं पड़ा क्योंकि उनका स्थान लेने के लिए उतरे स्टोक्स ने रसेल पर चौका और छक्का जड़कर शुरुआत की। ब्रावो के आखिरी ओवर में दो विकेट गिरे लेकिन इस बीच 18 रन भी बने जिसमें मोर्गन और मोईन अली के छक्के शामिल हैं।