मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा में मंगलवार को विपक्षी कांग्रेस और राकांपा सदस्यों ने राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल की गिरफ्तारी पर विरोध जताते हुए हंगामा किया जिससे सदन की कार्रवाई दस मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

सदन की बैठक शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने भुजबल की गिरफ्तारी को लेकर विरोध जताना शुरू कर दिया। विधानसभा अघ्यक्ष हरिभाउ बागड़े ने सदस्यों से शांत रहने और कार्रवाई चलने देने का आग्रह किया लेकिन विपक्षी सदस्यों ने भुजबल की गिरफ्तारी के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के कारण बागड़े ने बैठक को दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। उन्होंने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें सूचित किया है कि भुजबल को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले कांग्रेस और राकांपा के विधायकों ने भुजबल की गिरफ्तारी के विरोध में विधानभवन के मुख्य द्वार की सीढ़ियों पर धरना दिया।

विपक्षी विधायकों के हाथों में तख्तियां थीं जिसमें सरकार विरोधी नारे लिखे थे। इन विधायकों ने भुजबल की गिरफ्तारी को ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ बताते हुए नारे लगाए। भुजबल तथा अन्य के खिलाफ धन शोधन के मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने कल दस घंटे की पूछताछ के बाद मध्य रात्रि को राकांपा नेता को गिरफ्तार कर लिया था। प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व लोक निर्माण मंत्री की गिरफ्तारी धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत तब की गई जब पूछताछ के दौरान भुजबल ने सहयोग करने से कथित तौर पर इंकार कर दिया। जांच एजेंसी ने इस मामले में उनका बयान भी दर्ज किया है। निदेशालय ने पीएमएलए के तहत एक मामला दर्ज किया है जिसमें भुजबल तथा उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ जांच की जा रही है। इस मामले में पूर्व मंत्री के भतीजे समीर को पिछले माह गिरफ्तार किया जा चुका है।