नई दिल्ली: भारत सरकार के चीफ इकॉनॉमिक अडवाइजर अरविंद सुब्रमण्यम ने मुंबई में कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर उन्होंने बीफ बैन पर कोई कमेंट किया तो उनकी नौकरी भी जा सकती है। मुंबई यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स स्टूडेंट्स के एक प्रोग्राम में शिरकत करने पहुंचे अरविंद से बीफ बैन को लेकर सवाल पूछा गया था, तब उन्होंने यह जवाब दिया।

उन्होंने सवाल पूछने वाले को शुक्रिया कहा। यहां स्टूडेंट्स ने उनसे कई तरह के सवाल पूछे और इसी बीच एक सवाल यह भी किय गया- क्या बीफ पर बैन से किसानों की आय पर गलत असर पड़ा है।

इस पर उन्होंने कहा- आप जानते हैं कि अगर मैंने इस सवाल का जवाब दिया तो मुझे नौकरी छोड़नी पड़ सकती है। लेकिन, सवाल पूछने के लिए मैं आपका शुक्रिया अदा करता हूं।

पिछले ही हफ्ते बेंगलुरु में एक लेक्चर के दौरान सुब्रमण्यम ने कहा था कि अगर समाज बंटा हुआ है तो उसका असर आर्थिक विकास पर भी पड़ता है। उनके इस बयान का कुछ लोगों ने विरोध किया था। सेंट स्टीफंस कॉलेज से ग्रेजुएशन करने वाले अरविंद मशहूर इकोनॉमिस्ट और भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार हैं।

रिजर्व बैंक से दर में कटौती को लेकर बढ़ती उम्मीदों के बीच सुब्रमण्यन ने यह भी कहा कि अर्थव्यवस्था को संकट में डाल रही समस्याओं के लिए यह कोई ‘अकेला रामबाण’ नहीं है।

सुब्रमण्यन ने विद्यार्थियों को बताया, ‘मुझे लगता है कि कोई एक नीति हमारे लिए रामबाण नहीं है। आपको सभी मोर्चे पर काम करना होगा। यह अर्थव्यवस्था में तेजी लाने का एक उपयोगी रास्ता है। लेकिन क्या यही एक रास्ता है। नहीं, बल्कि कई अन्य चीजें भी करनी होंगी।’ इस बीच, मुख्य आर्थिक सलाहकार ने भावी वित्तीय संकटों से बचने के लिए रणनीतियां बनाने की जरूरत पर भी बल दिया।