लखनऊ: विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र सदस्य के चुनाव में रविवार को पूरे प्रदेश में सपा का डंका बजा है। 28 पदों पर हुए चुनाव के नतीजों में सपा ने 23 सीटें अपने कब्जे में की है। दो-दो सीट बसपा और निर्दलीयों के खाते में गई है। वहीं कांग्रेस ने मात्र एक सीट रायबरेली पर कब्जा किया है। भाजपा की झोली में एक भी सीट नहीं आ सकी है।

बाराबंकी, बहराइच, गोण्डा, फैजाबाद और सुलतानपुर सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की है। वहीं रायबरेली में कांग्रेस के दिनेश प्रताप सिंह विजयी रहे हैं। एमएलसी चुनाव के 28 पदों पर विगत तीन मार्च को मतदान हुआ था। वोटों की गिनती ज्यादातर जगह सुबह आठ बजे शुरू हो गई थी।

बाराबंकी में सपा के राजेश यादव 1815 वोटों से चुनाव जीते हैं, उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाकियू के मुकेश सिंह को सिर्फ 164 वोट ही पा सके। राजेश यादव को कुल 1979 मत हासिल हुए। यहां बसपा के मनोज वर्मा कक्का महज127 वोट में ही सिमट गए।वहीं बहराइच में सपा के हाजी इमलाक 749 मतों से चुनाव जीत गए हैं।

गोण्डा में एमएलसी चुनाव में सपा के महफूज खां 1295 वोटों से जीते। भाजपा के राजेश सिंह को हार का सामना करना पड़ा हैं। 2454 वोट महफूज खां को तो भाजपा प्रत्याशी राजेश सिंह को 1159 मत मिले। यहां कुल 3743 मत पडे़ थे।

फैज़ाबाद में सपा के हीरालाल यादव लगभग 419 वोट से जीते।उन्होंने भाजपा के सुरेन्द्र पाण्डेय को हराया।बसपा तीसरे नंबर पर रही।सपा को 1429 भाजपा को 1010 व बसपा को 597 वोट मिले। सुलतानपुर में भी सपा के शैलेन्द्र सिंह के खाते में जीत आयी। उन्होंने भाजपा के डॉ. केसी त्रिपाठी को हराया।

रायबरेली में कांग्रेस के दिनेश प्रताप सिंह 597 वोटों से चुनाव जीते। उन्होंने भाजपा के सुरेन्द्र सिंह को हराया। दिनेश प्रताप को 1264 तो सुरेन्द्र सिंह को 667 मत प्राप्त हुए।

वैसे पूरे प्रदेश मेंस्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 35 निर्वाचन क्षेत्रों में 105 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इनमें से बीती आठ फरवरी को सात निर्वाचन क्षेत्रों में निर्विरोध चुनाव हो जाने के कारण आठ सदस्य पहले ही चुने जा चुके हैं। बाकी 28 निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 97 उम्मीदवार चुनाव मैदान में बचे। बरेली-रामपुर, मुजफ्फरनगर-सहारनपुर और जौनपुर के स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्रों में सबसे अधिक 6-6 उम्मीदवार मैदान में उतरे। 28 चुनाव क्षेत्रों में कुल 729 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे। सबसे अधिक 24 पोलिंग स्टेशन आजमगढ़ जिले में और सबसे कम चार पोलिंग स्टेशन गौतमबुद्धनगर जिले में थे।