नई दिल्ली। भारत सरकार किसी भी हाल में धर्मशाला में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच को लेकर प्रतिबद्ध है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि 19 मार्च को होने वाले मैच की सुरक्षा के लिए केन्द्रीय अर्धसैनिक बल तैनात किया जाएगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर हिमाचल प्रदेश सरकार सुरक्षा बल की मांग करती है तो हम मुहैया कराएंगे। गौरतलब है कि पूर्व सैनिक पठानकोट में हुए आतंकी हमले के चलते भारत-पाक मैच का विरोध कर रहे हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मंगलवार को गृह मंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि उनकी सरकार इस मैच के लिए सुरक्षा व्यवस्था नहीं कर सकती। बीसीसीआई ने शुक्रवार को पाकिस्तानी टीम को T20 वर्ल्ड कप के दौरान फुलप्रुफ सिक्युरिटी देने का आश्वासन दिया जबकि गुरुवार को पीसीबी ने सुरक्षा नहीं मिलने पर टूर्नामेंट से हटने की धमकी दी थी। पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान ने गुरुवार को BCCI और भारत सरकार से पाकिस्तानी टीम की सिक्युरिटी को लेकर लिखित में जवाब मांगा था। पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान द्वारा BCCI और भारत सरकार से लिखित आश्वासन मांगे जाने के बारे में पूछने पर बोर्ड के सीनियर अधिकारी और आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला कहा कि 8 मार्च को शुरू हो रहे टूर्नामेंट में पाकिस्तान समेत सभी टीमों को फुलप्रुफ सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।

शुक्ला ने शुक्रवार को कहा, जहां तक बीसीसीआई का सवाल है, पाकिस्तान को फुलप्रुफ सुरक्षा दी जाएगी। उन्हें सुरक्षा इंतजामात को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं। अब फैसला पीसीबी को करना है कि वे आना चाहते है या नहीं। वे आईसीसी के प्रति जवाबदेह है। पीसीबी को इस मसले पर फैसला लेना है लेकिन हम उनके खिलाडिय़ों को फुलप्रुफ सुरक्षा देंगे। पीसीबी द्वारा भारत सरकार से लिखित आश्वासन मांगे जाने के बारे में शुक्ला ने कहा, हम सरकार की ओर से कैसे बोल सकते हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच 19 मार्च को धर्मशाला में होने वाले मैच पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। हिमाचल के पूर्व सैनिक जनवरी में पठानकोट पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर इस मैच का विरोध कर रहे हैं। बीसीसीआई सचिव और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मुलाकात के बाद कहा था कि उन्हें मैच धर्मशाला में होने की उम्मीद है।

शुक्ला ने कहा, मैंने हिमाचल के मुख्यमंत्री से बात की है और उन्होंने सभी जरुरी इंतजाम करने का वादा किया है। पूर्व सैनिकों के विरोध के बारे में उन्होंने कहा, हमारी सहानुभूति उनके साथ है और यही वजह है कि पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय मैचों पर हमने कोई फैसला नहीं लिया है लेकिन यह वर्ल्ड कप है। अब वेन्यू बदलना भी आसान नहीं होगा।