नई दिल्ली। लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष और नेशनल पीपुल्स पार्टी के नेता पी ए संगमा के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा की बैठक आज दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज सुबह संगमा का निधन होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही आनंदपूर्ण माहौल में कैसे चलाते हैं, सच कहें तो इसके बारे में उन्हें संगमा से सीखने को मिला।

संगमा 11वीं लोकसभा में स्पीकर चुने गए थे। स्पीकर के तौर पर उन्होंने बेहतरीन और उत्कृष्ठता के साथ कार्यवाही का संचालन किया। अध्यक्ष ने कहा कि उनकी संसदीय दक्षता और प्रक्रियाओं और नियमों के बारे में व्यापक ज्ञान से सदन में उन्हें सभी वर्गो का आदर और सम्मान प्राप्त हुआ। संगमा नौ बार लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। वह वर्तमान लोकसभा के सदस्य थे। वे 1988 से 1990 तक मेघालय के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रिमंडल में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे।

उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। अध्यक्ष ने कहा कि संगमा ने गरीबों और समाज के वंचित वर्गो के कल्याण के लिए काम किया। उन्होंने तीन पुस्तकें भी लिखी। आज सुबह दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे। सदन ने संगमा के सम्मान में कुछ मिनट का मौन रखा और फिर सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।

संगमा 1988-90 तक मेघालय के सीएम रहे थे। 9196 से 1998 तक वह लोकसभा के स्पीकर रहे। वह एनसीपी के संस्थापक सदस्यों में भी रहे और 8 बार सांसद रहे। 2013 में उन्होंने नेशनल पापुल्स पार्टी बनाई थी।