नई दिल्ली: जेएनयू विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार ने अपनी गिरफ्तारी के तीन सप्ताह के बाद जेल से जेएनयू परिसर लौटने पर गुरुवार रात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ निशाना साधा और कहा कि वे देश के भीतर स्वतंत्रता चाहते हैं ना कि भारत से।

कथित तौर पर राष्ट्र-विरोधी नारे लगाने के लिए देशद्रोह के आरोप का सामना कर रहे 29 वर्षीय कुमार ने परिसर में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके प्रधानमंत्री के साथ कई मतभेद थे लेकिन वह उनके ‘सत्यमेव जयते’ वाले ट्वीट से सहमत हैं जो उन्होंने जेएनयू विवाद पर लोकसभा में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के उग्र लहजे वाले भाषण पर किया था क्योंकि यह संविधान में है।

नारेबाजी और जोरदार तालियों के बीच अपने भावुक भाषण में उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्रधानमंत्री के साथ कई मतभेद हैं लेकिन मैं उनके सत्यमेव जयते के ट्वीट से समहत हूं क्योंकि यह शब्द हमारे संविधान में है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत से आजादी नहीं चाहते हैं। हम भारत के भीतर आजादी चाहते हैं।’’ यहां तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान अपने साथ खड़े रहने वालों को धन्यवाद देते हुए कुमार ने कहा कि उन्हें भारत के संविधान और न्यायपालिका में भरोसा है।