मीरपुर : एशिया कप के पहले मुकाबले में भारत ने आज बांग्‍लादेश को 45 रनों से करारी शिकस्‍त दे दी है. इस जीत के साथ ही भारत ने बांग्‍लादेश से अपना पुराना हिसाब भी आज चुकता कर लिया है. हार्दिक पांड्या के ऑलराउंडर प्रदर्शन और रोहित शर्मा की बड़ी पारी और आशीष नेहरा की घातक गेंदबाजी के दम पर भारत ने बांग्‍लादेश के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की है. भारत की ओर से आशीष नेहरा ने सबसे अधिक तीन विकेट लिये. बुमरा, जडेजा और अश्विन को एक-एक विकेट मिला.

रोहित शर्मा ने दबाव में 55 गेंदों पर 83 रन की पारी खेली जिससे भारत एशिया कप टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में आज यहां बांग्लादेश के खिलाफ छह विकेट पर 166 रन बनाने में सफल रहा। बांग्लादेश को जीत के लिए 167 रनों की जरुरत है। बांग्लादेश लक्ष्य का पीछा करते हुए 16 ओवर में 6 विकेट खोकर 100 रन बना लिए हैं।

पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर रोहित को तब जीवनदान मिला जबकि टीम शुरू में तीन विकेट गंवाकर संकट में थी। उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाकर सात चौके और तीन छक्के जड़े और 25 हजार बांग्लादेशी दर्शकों को सन्न कर दिया।

रोहित को युवा हार्दिक पांडया का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 18 गेंदों पर 31 रन की तेजतर्रार पाली खेली। उन्होंने बांग्लादेश के वंडर ब्वाय मुस्तफिजुर रहमान पर छक्का जड़ने के अलावा चार चौके भी लगाये। रोहित और पांडया ने पांचवें विकेट के लिये 4.3 ओवर में 61 रन की साझेदारी की।

भारत पहले दस ओवर में तीन विकेट पर 52 रन ही बना पाया था लेकिन इसके बाद अगले दस ओवर में रोहित की शानदार पारी की बदौलत उसने 114 रन ठोके। रोहित जब आखिर में सीमा रेखा पर सौम्या सरकार का कैच देकर पवेलियन लौटे तब तक भारत अच्छी स्थिति में पहुंच चुका था। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद आठ) ने बांग्लादेश के सबसे सफल गेंदबाज अल अमीन हुसैन (37 रन देकर तीन विकेट) पर छक्का जड़कर पारी का समापन किया।

भारत का स्कोर एक समय तीन विकेट पर 42 रन था जिसके बाद रोहित ने युवराज सिंह (15) के साथ चौथे विकेट के लिये 55 रन जोड़े। रोहित ने अपना नैसर्गिक खेल दिखाया। उन्होंने पिच के मिजाज को भांपा और दस ओवर पूरे होने के बाद अपने तेवर दिखाये। असल में उन्होंने अपने पहले 20 रन 24 गेंदों पर बनाये थे।

पारी का टर्निंग प्वाइंट 11वां ओवर रहा। तास्किन अहमद के इस ओवर में रोहित का शाकिब अल हसन ने प्वाइंट पर कैच छोड़ा। तब वह 21 रन पर थे। यह कैच बांग्लादेश को काफी महंगा पड़ा। रोहित ने जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए अगली तीन गेंद में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 14 रन जुटाए।

उन्होंने प्वाइंट और थर्ड मैन के बीच से चौका जड़ने के बाद डीप प्वाइंट के उपर से छह रन बटोरे। अगली गेंद पर थर्ड मैन पर मुस्तफिजुर ने चूक करते हुए भारतीय बल्लेबाज को चौका तोहफे में दिया। रोहित ने इसके बाद बांग्लादेश के कप्तान मुर्तजा पर भी स्क्वायर लेग बाउंड्री पर छक्का जड़ा।

युवराज ने मुस्तफिजुर पर चौके के साथ आत्मविश्वास हासिल किया। रोहित ने साकिब अल हसन पर एक रन के साथ 42 गेंद में अपना 10वां टी20 अंतररराष्ट्रीय अर्धशतक पूरा किया। युवराज ने इसके पहले पहला बड़ा शाट खेलने का प्रयास किया लेकिन साकिब की गेंद पर डीप मिडविकेट बाउंड्री पर सौम्य सरकार को कैच दे बैठे। इससे पहले वह टी20 अंतरराष्ट्रीय में 1000 रन पूरे करने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बने। उनसे पहले विराट कोहली, सुरेश रैना और रोहित शर्मा यह मुकाम हासिल कर चुके थे।

युवराज के आउट होने के बाद भी रोहित ने तूफानी तेवर बरकरार रखे। उन्होंने मुर्तजा पर लांग आफ पर अपना तीसरा छक्का जड़ा और फिर दो चौके भी मारे। इससे पहले तेज गेंदबाजी की अनुकूल पिच पर भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही और उसने जल्द ही सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (02), विराट कोहली (08) और सुरेश रैना (12) के विकेट गंवा दिए जिससे टीम का स्कोर तीन विकेट पर 42 रन हो गया। इसके बाद रोहित ने जिम्मेदारी भरी पारी खेलते हुए भारत को संकट से उबारा।