नई दिल्ली: राज्यसभा में बुधवार को बजट सत्र के दूसरे दिन जेएनयू देशद्रोह और रोहित वेमुला खुदकुशी के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। सरकार और विपक्ष जेएनयू विवाद और रोहित वेमुला की खुदकुशी को लेकर बजट सत्र के दौरान पहली बार आमने-सामने हैं। इस मुद्दे पर राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही संसद में घमासान मचा और नारेबाजी होने लगी।

राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने रोहित वेमुला का मामला उठाते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला। मायावती ने कहा कि प्रशासन ने अंबेडकरवादी रोहित का इतना शोषण किया कि उसने आत्महत्या कर ली। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा दलितों का उत्पीड़न किया जा रहा है। कांग्रेस के समय से ही दलितों का उत्पीड़न हुआ है।

मायावती ने केंद्र की मौजूदा सरकार को दलित विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि अंबेडकर की विचारधारा से जुड़े छात्रों का उत्पीड़न किया जा रहा है । उपसभापति ने मायावती से बैठ जाने को कहा लेकिन मायावती बोलती रहीं। इसके बाद कुछ सांसद वेल तक आ गए और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान नारेबाजी भी हुई और ‘दलित विरोधी यह सरकार नहीं चलेगी नहीं चलेगी’और ‘वेमुला को न्याय दो’ के नारे लगे

सरकार की तरफ से मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा और जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। बावजूद इसके मायावती चर्चा से पहले सरकार से बयान देने की मांग करती रहीं।