नई दिल्ली। सरकार और विपक्ष जेएनयू विवाद और रोहित वेमुला की खुदकुशी को लेकर बजट सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष पहली बार आमने सामने हैं। इस मुद्दे पर संसद के बाहर और अंदर घमासान तय है। इसे लेकर संसद परिसर में वामदलों और जेडीयू ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

बीजेपी जेएनयू विवाद पर एक आक्रामक रूख अपना सकती है और इसे देशभक्तों और राष्ट्र विरोधियों के बीच की लड़ाई के तौर पर पेश कर सकती है।

विपक्षी कांग्रेस जेएनयू विवाद को अभिव्यक्ति एवं विचारों की आजादी के बड़े मुद्दे से जोड़ रही है। जहां विपक्ष सरकार को घेरने के लिए एकजुट हो गया है वहीं बीजेपी के एक नेता के अनुसार पार्टी को लगता है कि बहस को ‘देशभक्तों और राष्ट्रविरोधियों’ के बीच का बहस बताने से उसे फायदा होगा।