अलवर। जेएनयू विवाद की पृष्ठभूमि में भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने विश्वविद्यालय परिसर को ‘सेक्स और ड्रग्स’ का गढ़ बताकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। विधायक का कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में रोजाना 3,000 से ज्यादा कंडोम और 2,000 बोतल से ज्यादा शराब की खपत होती है।

राजस्थान के अलवर जिले में रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने आरोप लगाया है कि जेएनयू में पढ़ने वाले लोग इन ‘अवैध’ गतिविधियों में लिप्त हैं। आहूजा ने कहा कि जेएनयू परिसर में रोजाना सिगरेट के 10,000 से ज्यादा और बीड़ी के 4,000 जले हुए टुकड़े मिलते हैं। मांसाहार करने वाले हड्डियों के छोटे-बड़े 50,000 टुकड़े छोड़ते हैं। वे मांसाहार करते हैं.. ये देशद्रोही। चिप्स और नमकीन के 2,000 पैकेट मिलते हैं, और 3,000 इस्तेमाल किए हुए कंडोम… वहां वे हमारी बहनों और बेटियों के साथ गलत करते हैं। गर्भनिरोध के इस्तेमाल किए हुए 500 इंजेक्शन भी मिले हैं।

उन्होंने दावा किया, इसके अलावा परिसर में शराब की 2,000 बोलतें और बीयर के 3,000 से ज्यादा कैन रोजाना वहां मिलते हैं। उन्होंने सवाल किया कि इन्हें कौन पीता है? अनुमान लगाएं। बीजेपी विधायक ने यह भी दावा किया कि रात आठ बजे के बाद परिसर के भीतर छात्र अकसर मादक पदार्थ का सेवन करते मिलते हैं। जेएनयू में पढ़ने वाले लोग बच्चे नहीं हैं, बल्कि उनमें से कई दो बच्चों के अभिभावक हैं। वे लोग दिन में शांति प्रदर्शन में भाग लेते हैं और रात में अश्लील नाच करते हैं। अलवर में सोमवार को जेएनयू छात्रों के खिलाफ प्रदर्शन मार्च के दौरान विधायक ने उपरोक्त बातें कहीं।