लखनऊ: यश भारती और पद्म सम्मान से सम्मानित विभूतियों को 50 हजार रुपए मासिक की पेंशन देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी है। राज्य के संस्कृति विभाग की सचिव अनीता सी. मेश्राम की ओर से इस बाबत जारी शासनादेश में कहा गया है कि यह धनराशि पेंशन के लिए तय किये गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप विभूतियों के चयन और वितरण की तारीख तय होने के बाद ही इस्तेमाल की जा सकेगी।

जहां तक यश भारती सम्मान का सवाल है तो अब तक कुल 141 लोगों को यह सम्मान मिल चुका है, जिसमें से करीब दो दर्जन से अधिक लोगों का देहांत हो चुका है। बाकी बचे लोगों में कई बड़ी हस्तियों ने भी इस पेंशन को हासिल करने के लिए आवेदन किया है। संस्कृति विभाग को अभी तक वरिष्ठ फिल्म अभिनेत्री और राज्यसभा सांसद जया बच्चन की तरफ से एक पत्र प्राप्त हुआ, जिसमें कहा गया है कि उन्हें और उनके पति अमिताभ बच्चन को यह पेंशन नहीं चाहिए।

यश भारती के अलावा पद्म सम्मान से सम्मानित कई विभूतियों ने भी 50 हजार रुपए महीने मिलने वाली इस पेंशन को पाने के लिए आवेदन किया है। इस 50 हजार रुपए की मासिक पेंशन का ही नतीजा है कि इस बार यश भारती सम्मान पाने के लिए पिछली बार की अपेक्षा करीब तीन सौ ज्यादा लोगों ने यानि कुल पांच सौ लोगों ने आवेदन किया है।

इन आवेदनों पर विचार करने के लिए एक बैठक हो चुकी है। इसके बाद एक बैठक और होनी है और फिर उसके बाद मुख्यमंत्री के स्तर से चयनित हुए नामों पर स्वीकृति ली जाएगी। संस्कृति विभाग के अफसर स्वीकार करते हैं कि इस बार यश भारती सम्मान पाने के लिए बहुत से लोग दबाव डलवा रहे हैं और सिफारिशें करवा रहे हैं।