परिजनों ने जताई दुराचार के बाद हत्या की आशंका 

लखनऊ: मुख्यमंत्री आवास और पुलिस मुख्यालय से चंद कदम की दूरी पर चिड़ियाघर के पीछे बहने वाले नाले के किनारे से एक युवती की लाश मिलने के बाद हड़कंप मच गया। सोमवार को पुलिस की कार्रवाई के दौरान इस वीवीआईपी इलाके में लोहिया पथ पर राहगीरों की भीड़ लग गई। युवती के मोबाइल के आधार पर बाराबंकी के हैदरगढ़ से दबोचे गए एक रिक्शेवाले के बताने पर नाले के किनारे से मिली युवती की लाश एक पूर्व राज्यमंत्री के भांजी की है। परिजनों ने पुलिस से दुराचार के बाद हत्या करने की आशंका जताई है।

बीती 10 फरवरी की शाम को एक परिवार ने शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में 11वीं में पढ़ने वाली अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मूलरूप से यह परिवार जौनपुर का रहने वाला है। परिजनों का कहना था कि उनकी बेटी सुबह आठ बजे स्कूल गई थी लेकिन शाम तक नहीं लौटी। पुलिस ने छानबीन की तो युवती के मोबाइल की लोकेशन हजरतगंज के पार्क रोड के आसपास की निकली। बाद में मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। पुलिस के मुताबिक 11 फरवरी को मोबाइल ऑन हुआ पर उसमें सिम दूसरा था और उसकी लोकेशन हैदरगढ़ इलाके की मिल रही थी। इसी आधार पर बाराबंकी के हैदरगढ़ जाकर मोबाइल रखने वाले को पकड़ा गया।

पुलिस का कहना है कि पकड़ा गया व्यक्ति रिक्शा चलाता है और उसका नाम सद्गुरु है। सद्गुरु ने बताया कि चिड़ियाघर के पीछे नाले के किनारे युवती की लाश पड़ी थी। उसने लाश से कोट उतार कर मोबाइल फोन भी ले लिया और उसमें अपना सिम डालकर इस्तेमाल कर रहा था। सद्गुरु की बताई जगह पर पहुंचकर पुलिस ने चिड़ियाघर के पीछे नाले के किनारे से अस्त-व्यस्त कपड़ों के साथ बेहद बिगड़ी अवस्था में युवती लाश की बरामद की। इसके बाद परिजनों ने उसकी पहचान अपनी गुमशुदा बेटी के रूप में की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश पांडेय का कहना है कि रिक्शेवाले को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मामले की छानबीन जारी है।