चार लोगों ने किया था अपहरण, परिवार में ख़ुशी 

नई दिल्ली: दिल्ली से सटे वैशाली मेट्रो स्टेशन से बुधवार को लापता हुई स्नैपडील की इंजीनियर दीप्ति सरना अपने घर पहुंच गई हैं।  दीप्ति के पिता ने जानकारी दी कि उनकी बेटी परिवार के साथ है। वह सुरक्षित है और दीप्ति ने उन्हें बताया है कि उसके साथ कुछ गलत नहीं हुआ। दीप्ति के पिता ने यह भी बताया कि उनकी बेटी को आंख पर पट्टी बांधकर कहीं छोड़ दिया गया था।

एसएसपी ने जानकारी दी है कि  दीप्ती ने बताया कि ऑटो में बैठने के बाद चार लोगों ने किडनैप किया। ऑटो में एक लड़की भी बैठी थी, जिसे चाकू की नोक पर मेरठ तिराहे पर उतार दिया गया। फिर आंखों में पट्टी बांधकर घुमाते रहे कोई अभ्रदता और मारपीट उसके साथ नहीं की गई।नरेला रेलवे स्टेशन के पास उसे छोड़ दिया गया। लड़की के बयान पर हम जांच कर रहे है। जांच के बाद पता चलेगा कि सच्चाई क्या है, लेकिन हमारी तफ्तीश कई सारे पहलू पर चल रही है। लड़की की पहचान पर हम स्केच भी बनवाने की कोशिश करेंगे। मेडिकल फिलहाल अभी नहीं करवाया गया है।

इससे पहले दीप्ति ने ट्रेन में किसी यात्री के फोन से अपने भाई को फोन किया और कहा कि वह सुरक्षित है और पानीपत से दिल्ली आ रही है।

 दीप्ति सरन मशहूर शॉपिंग वेबसाइट स्नैपडील में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। दीप्ति को लेकर स्नैपडील ने #HelpFindDipti के नाम से सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू की थी और लोगों से अपील की थी कि दीप्ति से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी ट्विटर पर डाइरेक्ट मैसेज के जरिये साझा किया जाए।

24 वर्षीय दीप्ति शाम को गुड़गांव में स्थित स्नैपडील के ऑफिस से गाजियाबाद अपने घर के लिए निकली थी। रात करीब 8 बजे दीप्ति गाजियाबाद के वैशाली मेट्रो स्टेशन पर उतरी और हमेशा की तरह शेयरिंग ऑटो लेकर गाजियाबाद के बस स्टैंड की तरफ चल दी ,जहां से उसके पिता या भाई उसे अपने साथ घर ले जाते थे।

ऑटो में बैठने के बाद दीप्ति ने अपने घर पर फोन किया और बताया कि वह रास्ते मे हैं। इसके बाद उसने बैंगलुरु में अपने दोस्त को फोन किया, जिसने पुलिस को कथित तौर पर बताया कि ऑटो ड्राइवर दीप्ति को जबरन किसी दूसरी जगह ले जा रहा था और दीप्ति उसे ऐसा करने पर डांट रही थी। इसके बाद से दीप्ति का फोन बंद हो गया था।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बताया था कि राज्य की पुलिस इस मामले को प्राथमिकता से ले रही है।