नई दिल्ली: आम बजट से पहले लग रही तमाम तरह की अटकलों की वजह स्टॉक मार्केट में फरवरी का महीना खासा उथल पुथल वाला रहा। हालांकि विशेषज्ञों की राय में निवेश के हिसाब से सोना सबसे उम्दा विकल्प  है, जिस पर आगामी बजट का कोई खास असर नहीं पड़ने वाला।

वैश्विक बाजार में इस चमकीले धातू की कीमत लगातार उछाल पर है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में शुक्रवार को इसकी कीमत 1.174.50 डॉलर पर पहुंच गई, जो कि 28 अक्टूबर, 2015 के बाद का सर्वाधिक है। भारत में पिछले हफ्ते इसकी कीमत बीते नौ महीने के उच्चतम स्तर 27,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई।

सर्राफा विशेषज्ञ सुरेश केडिया का कहना है कि सोने की कीमतें 1,030 से 1,040 डॉलर प्रति आउंस पर आ सकती हैं। हालांकि इसके साथ ही उनका मानना है कि सोने की कीमतें आखिरकार उछाल आएगा और यह 2000 डॉलर प्रति आउंस पर आ जाएगी। वह कहते हैं, ‘सोना सुपर एसेट और सुपर करंसी है… उथल-पुथल के दौर में सोने की कीमतों में उछाल और तेज हो सकता है।’

केडिया मानते हैं कि दूसरी मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर कमजोर होगा। वह कहते हैं, ‘डॉलर को लेकर अगर उनकी बात सही साबित हुई, तो इससे सोने सहित दूसरे जींसों में फायदा होगा।’

केडिया के अलावा दूसरे विशेषज्ञ भी सोने की चमक को लेकर खासे आशांवित हैं। घरेलू ब्रोकरेज कंपनी आईआईएफएल के कार्यकारी उपाध्यक्ष (बाजार एवं कार्पोरेट मामले) संजीव भसीन कहते हैं कि तेल की गिरती कीमतें, चीन की मंदी और मुद्राओं को लेकर जारी चिंता सोने की कीमतों में उछाल का कारण बन सकती हैं।