यस बैंक ने भारतीय रेलवे से हाथ मिलाया है जिसके तहत रेलवे स्टेशनों पर वर्ष 2019 तक 1000 सामूदायिक वाटर प्यूरीफायर सिस्टम स्थापित किए जाएंगे ताकि यात्रियों और स्टेशन पर आने वालों को साफ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध हो सके। इस परियोजना के प्रथम चरण में बैंक मार्च 2016 तक इस प्रकार के 100 सिस्टम्स कोंकण और महाराष्ट्र के अन्य स्थानों पर ‘डी‘ और ‘ई‘ श्रेणी के स्टेशनों में स्थापित करेगा।

इसी प्रकार के सिस्टम बाद में ऐसे स्टेशनों पर बेसिक वाॅटर कनेक्शनों के साथ लगाए जाएगी जहां प्रतिदिन 1000 यात्रियों का आगमन और प्रस्थान होता हो। अभी तक कोंकण क्षेत्र में इस प्रकार के करीब 50 सिस्टम स्थापित किए भी जा चुके हैं। इस परियोजना का मकसद पानी की बर्बादी को रोकना तथा कम से कम बिजली की खपत पर जल शुद्धिकरण करना है जो कि बैंक की सुदृढ़ता को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

इस परियोजना की घोषणा करते हुए यस बैंक की ग्रुप पे्रसिडेन्ट एवं कन्ट्री हेड रेस्पोंसिबल बैंकिंग नमिता विकास ने कहा ‘‘ यह पहल सरकार के प्रत्येक लोगों को साफ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध करवाने तथा रेलवे स्टेशन्स के आधुनिकीकरण के लक्ष्य के मद्देनजर शुरू की गई है। हमारा लक्ष्य सरकार द्वारा इस दिशा में उठाए जा रहे प्रयासों में मदद करना है तथा सामुदायिक हस्तक्षेपों के माध्यम से उच्च सामाजिक आर्थिक प्रभाव सुनिश्चित करना है।‘‘