भुज। असहिष्णुता पर शाहरूख खान का बयान लगातार उनके लिए मुसीबत बनता जा रहा है। अब विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों से शाहरूख का विरोध किया। दरअसल शाहरूख खान अपनी अगली फिल्म रईस की शूटिंग के लिए भुज पहुंचे, जैसे ही विहिप को इसकी सूचना मिली, उन्होंने इसके विरोध करना शुरु कर दिया। इसके बाद जिन जगहों पर फिल्म की शूटिंग होनी थी, वहां सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया।

आपको बता दें कि रईस फिल्म की कहानी अहमदाबाद के बदनाम बुटलेगर (गैरकानूनी तौर पर शराब बेचने वाला) लतीफ के इर्द-गिर्द घूमती है। लतीफ को 2014 में पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। इस फिल्म की शूटिंग भुज, धोरडो और मांडवा बीच पर हो रही है। वहीं विश्व हिंदू परिसद को जब शूटिंग की जानकारी मिली तो वे विरोध करने पहुंच गए। इस दौरान विहिप के सदस्यों ने शाहरुख की इस फिल्म का पोस्टर भी जलाया। इसके साथ ही कलेक्टर से मिलकर गुजरात में रईस फिल्म की शूटिंग के लिए दिए गए परमिट को कैंसल करने की मांग रखी। साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर शूटिंग के परमिट को कैंसल नहीं किया गया तो विरोध-प्रदर्शन चलता रहेगा।

गौरतलब है कि शाहरुख ने अपने 50वें बर्थडे पर मीडिया से बातचीत के दौरान देश में चरम असहिष्णुता की बात कही थी। साथ ही उन्होंने ये भी बोला था कि रचनात्मता और धर्म के प्रति असहिष्णुता देश को नुकसान पहुंचाएगी। हालांकि किंगखान का कहना है कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया। इसके बाद शाहरुख ने कहा था कि जब उस दिन मुझसे असहिष्णुता पर सवाल पूछा गया तो मैंने जवाब देने से मना कर दिया था, लेकिन उन्होंने (मीडिया) ने मुझ पर दबाव बनाया। तब भी मैंने सिर्फ यही कहा था कि युवाओं को भारत को धर्मनिरपेक्ष और विकासशील देश बनाने पर ध्यान देना चाहिए।