लखनऊ:मुस्लिम हिन्दू महासभा ‘‘मुहिम’’ द्वारा आयोजित गांधी, स्वराज्य और संविधान की परिकल्पना पर आधारित ‘‘हमारा लोकतांत्रिक गणराज्य और हम भारत के लोग’’ विषयक परिचर्चा में मुहिम के संयोजक सर्वेश ‘‘सांई’’ ने कहा कि वर्तमान में हमारा भारत उसी तरह की अराजकता से गुजर रहा है, जिस तरह कि गुलामी में गुजर रहा था। आजादी के संघर्ष के दौरान जो सोचा गया था उसके ठीक विपरीत राजनैतिक आचरण से आज लोग अचम्भित है। हम भारत के लोग आज भी आजादी के उस सपने के लिए तरस रहे है। जरा सोचें! इसका जिम्मेदार आखि़र कौन है?

मात्र कुछ लोगों ने मिलकर ‘स्वतंत्र भारत’ के संविधान के प्रतिकूल ‘दलतंत्र’ को स्थापित करके, हमारे लोकतंत्र को लूटतंत्र बना रखा है। आजादी के 68 वर्षों में भारत पूरी तरह राजनीतिक शून्यता का शिकार हो चुका है। ज्यादातर राजनैतिक व्यक्ति अपने दलीय दबाव में भ्रष्टाचार के पोषक बन चुके हैं। देश की निरीह जनता किंकर्तव्यविमूढ़ है। सामान्य तौर पर लोग ”दलतंत्र और लोकतंत्र“ का अन्तर समझने में अक्षम हैं, इसी कारण हमारा देश पूरी तरह अराजकता का शिकार हो चुका है।

हमारी वर्तमान अराजकता पर यदि नियंत्रण नहीं किया गया तो निश्चित ही हम एक ‘गदर’ जैसी स्थिति पैदा करने के लिए जिम्मेदार होगें, जो हमारे देश को पुनः गुलामी से भी बदतर स्थिति में पहुँचा देगी।