पर्थ: भारत 5 वनडे मैचों की सीरीज के पहले मैच में कल जब यहां अपने कड़े प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के सामने होगा तो टीम की नजरें सही संयोजन हासिल करने पर टिकी होंगी। इस सीरीज के साथ ही विश्व टी20 तक सीमित ओवरों के मैचों के लंबे कार्यक्रम की शुरुआती होगी इसलिए सही संयोजन हासिल करना महत्वपूर्ण है।

ऑस्ट्रेलिया में 5 वनडे और 3 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज के साथ भारतीय टीम मार्च-अप्रैल में भारत में होने वाली आईसीसी विश्व टी20 चैम्पियनशिप की अपनी तैयारी शुरू करेगी। 5 सीरीज मैचों के बाद टी20 मैच खेले जाएंगे और महेंद्र सिंह धोनी की टीम सबसे छोटे प्रारूप में लय बरकरार रखना चाहेगी।

भारत ने दूसरे दर्जे की वेस्टर्न आस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ अपने दोनों अभ्यास मैच जीते हैं जिसमें एक टी20 और दूसरा सीरीज मैच था। मेहमान टीम को हालांकि स्टीवन स्मिथ की टीम के खिलाफ इससे कहीं अधिक कड़ी चुनौती मिलेगी। भारत के लिए 2015 काफी अच्छा नहीं रहा। टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ उसके मैदान पर जबकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपनी सरजमीं पर वनडे सीरीज गंवाई। कप्तान धोनी नए साल में पासा पलटने की कोशिश करेंगे लेकिन उन्हें इसका मलाल रहेगा कि स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी एक भी गेंद फेंके बिना ही मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दौरे से बाहर हो गए हैं।

धोनी के लिए हालांकि कुछ राहत की बात हो सकती है। डेविड वार्नर संभवत: सीरीज के बड़े हिस्से के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएंगे। इसके अलावा मिशेल स्टार्क चोटिल हैं जबकि मिशेल जानसन संन्यास ले चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी आक्रमण में शामिल जोश हेजलवुड, जोएल पेरिस, स्काट बोलैंड और जिमी फाकनर अनुभव के मामले में कुछ कमतर लगते हैं। गेंदबाजी आक्रमण का संयोजन धोनी के लिए सबसे महत्वपूर्ण होगा। टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज इशांत शर्मा ने दो अभ्यास मैचों में गेंदबाजी नहीं की और यह नहीं पता कि वह पहले मैच में खेलेंगे या नहीं।

ऑस्ट्रेलिया की सबसे अधिक उछाल वाली वाका की पिच पर तीन गेंदबाजों का खेलना लगभग तय है और ऐसे में बायें हाथ के तेज गेंदबाज बरिंदर सरन को पदार्पण का मौका मिल सकता है जबकि इशांत और उमेश यादव उनके साथी तेज गेंदबाज हो सकते हैं। दो अनुभवी स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा गेंदबाजी आक्रमण के अन्य सदस्य हो सकते हैं।

भारतीय बल्लेबाजी क्रम लगभग तय नजर आता है जिसमें रोहित शर्मा और शिखर धवन पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी संभालेंगे जबकि तीसरे नंबर पर विराट कोहली आएंगे। अजिंक्य रहाणे के चौथे नंबर पर उतरने की उम्मीद है और भारतीय कप्तान एक बार फिर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। छठे नंबर पर नया चेहरा दिख सकता है। टीम से सुरेश रैना के बाहर होने के कारण बने इस स्थान पर मनीष पांडे या गुरकीरत सिंह को उतारा जा सकता है।

पिछले साल जिंबाब्वे के खिलाफ वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रभावी पदार्पण करने वाले पांडे ने अभ्यास मैच में 58 रन की पारी खेलकर अपना दावा मजबूत किया है। गुरकीरत भी घरेलू क्रिकेट में पंजाब और भारत ए की ओर से लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं। इसके अलावा तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर रिषि धवन और भवुनेश्वर कुमार के रूप में भी विकल्प मौजूद है। धोनी के लिए अगले कुछ महीने काफी महत्वपूर्ण रहने वाले हैं क्योंकि उन्हें विश्व टी20 तक कप्तान नियुक्त किया गया है।

भारत को धोनी से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है जो हाल के समय में बल्ले से प्रभावित करने में नाकाम रहे हैं। यह देखना रोचक होगा कि धोनी कौन से क्रम पर बल्लेबाजी करते हैं। स्मिथ की अगुआई में अगर आस्ट्रेलिया का बल्लेबाजी क्रम लय में आ गया तो फिर भारतीय गेंदबाजों के लिए उन्हें रन बनाने से रोकना आसान नहीं होगा। वार्नर जब भी उपलब्ध रहेंगे तब वह गेंदबाजों के लिए खतरा होंगे। आरोन फिंच और ग्लेन मैक्सवेल भी गेंदबाजी को ध्वस्त करने की क्षमता रखते हैं। पूर्व कप्तान जार्ज बैली इस प्रारूप में काफी सक्षम खिलाड़ी हैं और उन पर प्रतिकूल स्थिति में पारी को संवारने की जिम्मेदारी होगी। जेम्स फाकनर भी अपनी बल्लेबाजी से विरोधी टीम को परेशानी में डालने में सक्षम हैं।

ऑस्ट्रेलिया मैच से एक दिन पहले ही अंतिम एकादश की घोषणा कर चुका है जिसमें बायें हाथ के 23 साल के तेज गेंदबाज जोएल पेरिस और 26 साल के स्काट बोलैंड को वनडे क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिलेगा। मिशेल मार्श और जेम्स फाकनर बल्लेबाजी के साथ साथ तेज गेंदबाजी आक्रमण को भी मजबूत करेंगे।