लखनऊ:  भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि सपा नेताओं द्वारा जिला पंचायत चुनाव परिणाम के बाद खुद की पीठ थपथपाना बताता है कि सपा नेताओं का लोकतंत्र में कोई विश्वास नहीं है। प्रदेश में भय और आतंक का बोलबाला है। समाजवादी पार्टी का लोकतंत्र में विश्वास ही नही और सपा नेताओं का अपनी बात से ही मुकर जाने का राजनैतिक चरित्र है। सरकार के बड़बोले मंत्री अपने विभागों की उपलब्धियों पर चर्चा करने को तैयार नहीं केवल कुतर्क करना ही उनकी आदत में है।

प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि पंचायत चुनावों में धन-बल और बाहुबल के साथ-साथ प्रशासनिक मशीनरी का भी जमकर दुरूपयोग हुआ और उसके बाद कई जिलों में कानून को ताक पर रख कर फायरिंग की गई। सपा प्रयोजित उत्पात ने सभी राजनीतिक मर्यादाएं तार-तार कर दी है।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दरकिनार कर बनाये गये नव नियुक्त डीजीपी भी अपनी पहली परीक्षा में असफल ही सिद्ध हुए। एक तरफ मैनपुरी, सीतापुर, लखनऊ में डकैती और हत्या की घटनाएं सरकार के इकबाल को चुनौती दे रही और दूसरी तरफ सपा सरकार जिला पंचायत अध्यक्षों के निर्वाचन में अपनी पीठ थपथपाकर आत्ममुग्ध हो रही है। डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि चुनावी वर्ष में भी कानून व्यवस्था पर नकेल न कस पाना अखिलेश सरकार के लिए आत्मघाती साबित होगा।