लखनऊः आज शाम सूफी संत हजरत ख्वाजा मोहम्मद नबी रज़ा शाह अलमारूफ दादा मियाँ के 108 वें उर्स के आखिरी दिन प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने दरगाज शरीफ के व्यवस्थापक फरहत मियां के साथ मजार शरीफ पर चाद चढ़ाई और दुआ मांगी। 

मजार शरीफ के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए व्यवस्थापक फरहत मियां ने बताया कि आज दिन में 10ः30 बजे इस साल के उर्स का आखिरी कुल शरीफ हुआ जिसमें मुल्क भर से आये हुये जायेरीन की एक भारी भीड़ मौजूद थी। 

फरहत मियां  ने बताया कि आज उर्स के आखिरी  दिन चादर पोशी का सिलसिला जारी रहा जिसमें खुल्फा हजरात ने अपने मुरीदों के साथ कव्वाली कराते हुये दादा मियाँ की बारगाह में चादर पेश करके अपनी खिराजे अकीदत पेश कीं । मेला परिसर में भी खुल्फा हजरात ने अपने अपने खेमों में कव्वाली कराकर दादा मियाँ को नजराना ए अकीदत पेश किया। शाम को  इस साल के आखिरी प्रोग्राम गुस्ल व संदल शरीफ में भारी भीड़ उमड़ी । संदल शरीफ में मजारे पाक पर चन्दन का लेप लगाया जाता है। और गुलाब जल से नहलाया जाता है, इसकी खुश्बू पूरे वर्ष बरकरार रहती है।

उर्स में आज रात रात राष्ट्र्ीय एकता पर आधारित एक आलॅ इण्डिया मुशायरे का आयोजन हुआ जिसमें सोहेल काकोरवी , बशीर फारूकी, रिज़वान फारूकी ,सैफ बाबर,इरफान लखनवी,संजय मिश्रा शौक, रामप्रसाद बेखुद आदि शायरों ने अपना कलाम पेश किया।