लखनऊ: राजधानी के प्रतिष्ठित रेस्त्रां रिट्ज कान्टीनेंटल के मालिक ब्रह्मशंकर खन्ना उर्फ बाबी की रविवार दोपहर केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में मौत हो गई, उन्हेहं  किसी  मारी थी। पुलिस फिलहाल केस में किसी निष्कर्ष पहुंची है।  इस मामले में घटना की चश्मदीद बाबी की बेटी शिवानी के बयानों के आधार पर शुक्रवार रात से पुलिस पड़ताल में लगी है हालांकि शनिवार को पुलिस ने कई घंटे तक मौके पर पड़ताल की और वीडियो फुटेज भी खंगाले लेकिन वह यह नहीं पता कर सकी कि बदमाशों ने किस तरह से बाबी पर गोलियां चलाईं? उन पर हमले की वजह क्या थी? शिवानी की तहरीर पर महानगर कोतवाली में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। महानगर के कार्यवाहक एसओ विद्यासागर के मुताबिक परिवार ने किसी पर शक नहीं जताया है। उनके भाई व रिश्तेदार भी इस बारे में कुछ खास नहीं बता रहे हैं।

करीब 58 वर्षीय ब्रह्मशंकर खन्ना पर उस समय ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई थीं, जब वह अपनी बेटी शिवानी के साथ शुक्रवार रात सप्रू मार्ग स्थित अपने रेस्त्रां से घर लौटे थे। वह कार से पूरी तरह से उतर भी नहीं सके थे कि उन पर गोलियां झोंक दी गई थीं। घटना के तुरंत बाद शिवानी अपने पिता को लेकर ट्रामा सेंटर पहुंची थी। एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि ब्रह्मशंकर को तीन गोलियां लगी थीं, इनमें से दो गोली निकाल ली गई हैं, जबकि एक गोली गर्दन के पास फंसी रह गई। 

पुुलिस अफसरों का कहना है कि इस घटना से जुड़ी कोई ऐसी बात जरूर है जो परिवार के लोग छुपा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि शिवानी ने पहले कहा था कि वह गोली लगते ही अपने पिता को लेकर ट्रामा सेंटर चली आई थी जबकि शनिवार सुबह जब पुलिस मौका मुआयना करने पहुंची तो वहां मेन गेट से अंदर जाने पर बाईं दीवार और फर्श पर खून के निशान मिले। पुलिस का तर्क है कि जब ब्रह्मशंकर और उनकी बेटी अंदर गए ही नहीं तो वहां खून के निशान कैसे मिले? पुलिस ने बेटी से यह भी सवाल किया कि जब वह लहूलुहान पिता को लेकर ट्रामा सेन्टर पहुंची तो कार को सीधे पोर्टिको तक नहीं ले गई बल्कि काफी दूर खड़ी की। फिर वहां से पैदल ही पिता को लेकर ट्रामा के अंदर कैसे गई? इतने समय तक किसी ने पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी।