पठानकोट: पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले एक और आतंकी को मार गिराया गया है। इसके साथ ही अब तक कुल पांच आतंकी मारे जा चुके हैं। सुरक्षा बलों ने शनिवार को चार आतंकियों को ढेर कर दिया था। सुरक्षा बलों का अभियान अभी जारी है। हमले में सात जवान शहीद हो गए, जबकि नौ अन्य घायल हुए हैं।

इस बीच पठानकोट एयरबेस में एनएसजी के एक लेफ़्टिनेंट कर्नल शहीद हो गए, जबकि एनएसजी के चार और अधिकारी घायल हो गए। बताया जा रहा है कि लेफ़्टिनेंट कर्नल निरंजन उस वक़्त शहीद हुए, जब मारे गए आतंकियों के शवों की जांच की जा रही थी। एक आतंकी के शव में IED लगा था, जिसमें विस्फोट से ये हादसा हुआ। इससे पहले ख़बर आई थी कि बम निष्क्रिय वक़्त ये हादसा हुआ है।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल के शहीद होने पर ट्वीट करते हुए दुख व्‍यक्‍त किया। हमले में मारे गए अब तक चार आतंकियों के शव मिले हैं। माना जा रहा है कि 4-5 की संख्या में आतंकियों ने कल एयरबेस पर हमला किया था। आतंकी हमले के 30 घंटे बीत जाने के बाद भी एयरबेस पर कॉम्बिंग ऑपरेशन जारी है। हेलीकॉप्टर की मदद से निगरानी की जारी है। एनएसजी और सेना की टीम एयरबेस के अंदर है।

बताया जा रहा है कि आतंकी पठानकोट में भारत-पाक सीमा के पास घने जंगल और कुछ नालेल को पार करते हुए एयरबेस में दाख़िल हुए। आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार थे। उनके पास से AK-47, ग्रेनेड लॉन्चर, 52 एमएम के मोर्टार और जीपीएस लोकेटर्स बरामद हुए हैं। आतंकियों के एयरबेस में एंट्री ड्रोन के ज़रिए डिटेक्ट हुई।

एयरफ़ोर्स की क्विक रेस्पॉन्स टीम के साथ पहली मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकी मार गिराया गया। दूसरा और तीसरा आतंकी दोपहर दो-तीन बजे के बीच मारा गया। चौथा आतंकी शाम चार बजे के बाद मारा गिराया गया। शुरुआती गोलीबारी के दौरान ही एयरफ़ोर्स के गरुड़ कमांडो की मौत हो गई थी। ख़बर ये भी है कि आतंकियों ने पाकिस्तान से कैब बुक कराई थी, लेकिन सवाल उठता है कि कैब बुक कराने में उनकी मदद किसने की।