लखनऊः क्रिसमस पर्व के अवसर पर आज यहाँ कैथेड्रल चर्च ग्राउन्ड में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल, राम नाईक ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने प्रदेश के समस्त लोगों को क्रिसमस महापर्व की बधाई दी। श्री राम नाईक ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जो पवित्र संदेश प्रभु यीशु ने दिया है उसे अपनाते हुए व्यवहारिक जीवन में भी उतारें। जिससे सुख-शांति, सद्भावना, भाईचारे, दया, करूणा, क्षमा, आपसी सौहार्द, प्रेम एवं एकता-अखण्डता का वातावरण सृजित हो, ऐसा संकल्प हमें लेना है। दुनिया के सभी धर्म लोगों को प्रेम, करूणा, दया, मोहब्बत एवं इंसानियत का संदेश देते हैं और उनके सुखद जीवन का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उन्होंने कहा कि सुख और आनन्द बाटने से बढ़ता है। अपना दुःख दूसरों को बताने पर कम होता है। सभी लोगों को एक-दूसरे के सुख-दुःख में बराबर का भागीदार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों की सीख एक ही है कि समस्त प्राणियों से प्यार करों, पीडि़तों की सहायता करो, नेक बनो और पूरी दुनिया में इंसानियत और नेकी को फैलाओ, जिससे पूरी दुनिया में सुख-शांति, समृद्धि, सद्भावना तथा मानवता का वातावरण सृजित हो। उन्होंने कहा कि जिनका हृदय विशाल होता है वह पूरी दुनिया को अपना कुटुम्ब मानते हैं। जिनके विचार क्षुद्र होते हैं उनकी सोच भी निम्नकोटि की होती है। 

राज्यपाल ने बताया कि उन्होंने भी कुष्ठ पीडि़तों के उत्थान के लिए बहुत काम किया है। कुष्ठ पीडि़तों की सेवा के लिए संसद में वर्ष 2007 में अपनी बात रखी थी जिसे सरकार ने स्वीकार किया था। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बनने के पश्चात् वर्ष 2014 में प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से भी कुष्ठ रोगियों की सेवा के लिए तथा विकास की मुख्यधारा से उन्हें भी जोड़ने के लिए इनकी पेंशन 300 रूपये से बढ़ाकर 2500 रूपये प्रतिमाह देने की चर्चा की थी। उत्तर प्रदेश सरकार ने कुष्ठ पीडि़तों के लिए इस पर ठोस निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कुष्ठ रोगियों के हित में उठाये गये इस कल्याणकारी कदम पर शीघ्र अमल करेगी।

श्री नाईक ने कहा कि ईसाई समुदाय से उनको सदैव प्यार व सम्मान मिला है। उन्होंने कहा कि वे मुंबई में क्रिसमस के अवसर प्रभु यीशु के जन्म दिवस समारोह में हमेशा जाया करते थे और आज भी उक्त कार्यक्रमों में भाग लेकर आनन्द की अनुभूति करते हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2000 में जब प्रभु यीशु के जन्म के 2000 वर्ष पूरे हुए थे तब उन्होंने प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी से वार्ता कर प्रभु यीशु पर विशेष डाक टिकट जारी करवाया था। डाक टिकट का लोकार्पण मुंबई के वसई चर्च में किया गया था। डाक टिकट लोकार्पण समारोह में बिशप थामस डाबरे, फादर फ्रांसिस दिब्रेटो व अन्य श्रद्धालुगण उपस्थित थें।

राज्यपाल ने कहा कि वर्ष 1994 में जब उन्हें कैंसर हुआ था तो वसई, मुम्बई के सभी चर्च में उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रार्थनाएं की गई थी तथा मुम्बई के बिशप ने उनके लिए वेटिकन सिटी (रोम) में प्रार्थना की थी जिससे उन्हें स्वास्थ्य लाभ हुआ था। वे आज भी पूर्णतया स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि प्रार्थनाओं, दुआओं तथा पवित्र भावनाओं में बड़ी शक्ति होती है जो मनुष्य को हमेशा खुशियाँ और आनन्द प्रदान करती हैं।

क्रिसमस समारोह में लखनऊ के महापौर डाॅ0 दिनेश शर्मा, पूर्व मंत्री डाॅ0 अम्मार रिज़वी, जगदीश गांधी, विधान परिषद सदस्य पीटर पैंथम, सेंट जोसेफ कैथेड्रल चर्च के फ्रांसिस एलियाज रोड्रिगीव्स, फ्रांसिस डोनाल्ड एच0आर0 डिसूजा, डाॅ0 गेराल्ड जे0 मिथाईज, फ्रांसिस राबर्ट मोन्टेरिओ तथा विभिन्न धर्मों के धर्मगुरू भी उपस्थित थे।