मास्‍को: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने सालाना भारत-रूस शिखर सम्मेलन के दौरान गुरुवार को बैठक की जिसमें पहले से ही प्रगाढ़ संबंधों को और मजबूती प्रदान करने के साथ रक्षा और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने ताथा भारतीय कंपनियों की रूस के तेल एवं गैस क्षेत्र में सहभागिता बढ़ाने पर जोर दिया गया।

बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि भारत और रूस संयुक्त रूप से कामोव-226 हेलीकॉप्टरों का विकास करेंगे। रूसी राष्ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन से वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात की घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा, भारत में दो स्थानों पर 12 परमाणु संयंत्र स्थापित करने के बारे में रूस के साथ वार्ता जारी है। पीएम ने कहा कि दुनिया को आतंकवाद का बिना किसी भेदभाव के एकजुट होकर मुकाबला करना चाहिए।

भारत को निवेश के लिए एक बेहद आकषर्क स्थल के रूप में पुरजोर तरीके से पेश करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विमानन, आधारभूत संरचना, हीरा सहित विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख रूसी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को भारत में निवेश का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए अनुकूल माहौल बनाया है। मोदी ने कहा कि भारत ने 7.4 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर हासिल की है और विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष व अन्य एजेंसियों ने भी आने वाले समय में यह वृद्धि दर बने रहने का अनुमान लगाया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ सीईओ मंच को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सरकार उचित कराधान प्रणाली के लिए प्रतिबद्ध है और भारत को व्यापार की दृष्टि से अनुकूल माहौल वाला देश बनाने की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे। उन्हांने कहा कि चालू खाते के घाटा (सीएडी) तथा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह समेत अर्थव्यवस्था के अन्य विभिन्न सूचकांक काफी प्रभावशाली हैं और सरकार भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है।