नई दिल्ली: डीडीसीए में भ्रष्‍टाचार के खुलासे का दावा करने वाले बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने ट्वीट किया है कि मुझ पर मानहानि का केस क्यों नहीं कर रहे जेटली। कीर्ति आजाद ने ट्वीट में कहा कि अरुण जेटली ने मेरा नाम क्यों हटा दिया। आपने तो मेरे लेटर देखे थे, मुझ पर करो ना केस। रजिस्टर्ड पोस्ट से मैंने भेजे थे। दरअसल, जेटली कई ‘आप’ नेताओं के खिलाफ मानहानि का केस दायर करने जा रहे हैं। 

भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा था कि DDCA ने कई फर्जी कंपनियों से करार कर करोड़ों रुपये दिए। DDCA में किराये पर लिए गए सामान पर बड़ी फिजूलखर्ची की गई। यहां तक की DDCA ने प्रिंटरों और कंप्‍यूटरों तक को भारी कीमत पर किराए पर लिया।

रविवार शाम को कीर्ति आजाद ने दिल्ली क्रिकेट संघ में चल रही धांधली के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने एक सीडी रिलीज करते हुए डीडीसीए में फ्रॉड बिलों की पोल खोली, हालांकि आजाद ने साफ किया कि ये लड़ाई निजी रूप से किसी के खिलाफ नहीं है, लेकिन तमाम इशारे वित्तमंत्री अरुण जेटली पर सवाल उठाते रहे।

आजाद ने पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी और पूर्व क्रिकेटर सुरिंदर खन्ना के साथ मिलकर ये मोर्चा खोला। इन सबने सीधे तौर पर तो किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन ये जरूर कहा कि किसी के नाक के नीचे ये भ्रष्टाचार हो और उसे पता ना हो ये कैसे हो सकता है?

उधर, डीडीसीए के कोषाध्यक्ष रविंदर मनचंदा ने माना कि डीडीसीए करप्शन से अछूता नहीं, लेकिन अरुण जेटली का इससे कोई लेना-देना नहीं रहा है। साफ है कि सिपाही बेइमान हो और सेनापति को इसका अंदाजा भी ना हो, ऐसा मुमकिन नहीं, लेकिन जेटली का नाम सीधे तौर पर सामने आने के लिए मामले को एक बड़ी और गंभीर जांच की जरूरत है।