नई दिल्ली। मोदी सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए विकास दर का अनुमान घटकर 7 से 7.5 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले फरवरी में वित्त मंत्रालय ने आर्थिक विकास दर 8.1 से 8.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। सरकार ने यह समीक्षा पहली छमाही में विकास दर 7.2 प्रतिशत रहने के बाद की है।

शुक्रवार को संसद में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने छमाही समीक्षा पेश की। उन्होंने कहा कि भले ही भारत की अर्थव्यवस्था स्थिरता और मजबूती के साथ विकास कर रही है, लेकिन इसके बावजूद हमारे समक्ष कई चुनौतियां अब भी मौजूद हैं। इसके अलावा वित्त मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष में महंगाई दर के 6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।

जेटली ने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि तमाम चुनौतियों के बावजूद वह चालू वित्त वर्ष के लिए 3.9 फीसदी के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल कर लेगी। बीते 12 महीने से लगातार एक्सपोर्ट में जारी गिरावट पर सरकार का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2016-17 में इसमें सुधार होगा।