लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि अखिलेश सरकार की लापरवाही के कारण राज्य का अमन-चैन बिगड़ रहा है। भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि लखनऊ में जिस तरह से उपद्रवियों ने बवाल किया उससे एक बार फिर राज्य के अभिसूचना तंत्र की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े हुए। उन्होंने कहा कि पहले भी एक टिप्पणी के बाद लखनऊ के अति सुरक्षित जोन हजरतगंज तक में हथियार बंद लोगों ने प्रदर्शन किया था। मीडियाकर्मियों के कैमरे तोड़े गये। गाडि़यों को नुकसान पहंुचाया। अब एक बार फिर बालागंज की घटना ने उन यादों को ताजा किया। उन्होंने कहा कि आत्ममुग्ध अखिलेश सरकार घटनाओं से सबक लेने की बजाय दूसरों पर ठीकरा फोड़ बचने की कावायद कर रही है। इसके पहले कानपुर भी ऐसी ही घटना ने कप्र्यू के हालात पैदा किये।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से लखनऊ के एक इलाके में प्रदर्शन के दौरान तोड़-फोड़ की गयी। दुकाने बंद कराई गयी, सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। वहां स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों से मार-पीट की गयी, उससे स्पष्ट है कि राज्य में शासन सत्ता का इकबाल नहीं रह गया। बेखौफ लोग राज्य में कुछ भी कर गुजरने को तैयार और तत्पर है हालात यह हो गयी है कि राज्य सत्ता के उच्च संरक्षण के कारण मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ भी हाथा-पाई करने से अराजक तत्व गुरेज नहीं कर रहे है। 

श्री पाठक ने कहा कि पहले भी छोटी-छोटी घटनाओं और अफवाहों के कारण राज्य बड़े विवादों का कारण बना। जनधन की हानि हुई। कभी पानी लेने का विवाद तो कभी मजहबी किताब के कुछ पन्नों को लेकर तनाव का वातावरण बना। हर घटना के बाद सरकार ने राजनैतिक पौस्चर लेते हुए कहीं जान बूझकर अंदेखी की तो कहीं राजनैतिक बयानाबाजी किन्तु सबके बावजूद नुकसान तो प्रदेश की आवाम का हुआ। कई जगहों पर समय से फैसला न लेने के कारण विवाद इतना बढ़ा कि कप्र्यू तक लगाना पड़ा। इस साल ही प्रदेश में 200 छोटे-बड़े दंगे ऐसी अफवाहों के कारण हुए।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राजनैतिक एजेण्डे के बजाय अखिलेश सरकार राज्य में घटनाओं पर गंभीरता बरते। जहां कहीं भी जानबूझ कर प्रदेश के अमन चैन में खलल डालने का योजनापूर्वक कार्य हो रहा है, वहां कठोरता बरती जाये। लखनऊ के हर चैराहे पर सीसीटीवी का दावा करने वाली सरकार लखनऊ (बालागंज) में हुये उपद्रव का सीसीटीवी फुटेज निकालकर जो लोग वातावरण को खराब कर रहे थे, उनके खिलाफ कठोर दण्डात्मक कार्यवाही करें।