लखनऊ:3.8 कि0मी0 तैराकी, 180 किलोमीटर साइकिलिंग एवं 42.2 कि0मी0 की पूर्ण मैराथन रैस मात्र 14 घंटे 30 मिनट में एक नवयुवक द्वारा पूर्ण किया जाना क्या सम्भव है। हां -इस असाधारण, रोमांचक एवं असम्भव कार्य को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद के निवासी अभिषेक मिश्रा ने सम्भव कर दिखाया है और सर्वप्रथम आयरन मैन का खिताब हासिल किया है। 

उल्लेखनीय है कि आयरन मैन कीे प्रतियोगिता निश्चित रूप से कठिन बाधाओं को पार कर उच्च स्तरीय ऊर्जा शक्ति एवं मनोबल का परिचायक है। इस प्रतियोगिता के अन्तर्गत विजेता के लिए तीन पड़ाव जिसमें सर्वप्रथम 3.8 कि0मी0 तैराकी, 180 कि0मी0 साइकिलिंग एवं 42.2 कि0मी0 की बिना किसी ब्रेक के पूर्ण मैराथन रेस शामिल है। जब अल्ट्रा इवेंटस होते है (सामान्य से कहीं ज्यादा), तब शरीर को ऊर्जा के स्तर की समस्त बाधाओं को पार करना पड़ता है। क्योंकि एक सम्पूर्ण स्वस्थ्य व्यक्ति कदाचित पूर्ण रूप से बीमारियों से मुक्त माना जाता है। परन्तु जब शरीर से अति असम्भव काम लेने के लिए मनुष्य जिद पकड़ लेता है तब फिटनेस की परिभाषा बदल जाती है । उस सीमा पर पहुँचने के पश्चात उस व्यक्ति को दुनिया में कुछ भी असम्भव दिखाई नहीं पड़ता है। यह विचार श्रंखला का रूपान्तरण है, और उस व्यक्ति की सोच का धरातल बिलकुल ऊपर उठ जाता है। 

यह जानकारी आज सी0एस0आई0 टावर गोमती नगर में उपस्थित प्रदेश के पहले आयरन मैन अभिषेक मिश्रा ने दी। उन्होंने बताया कि इस खिताब को पाने के लिए कैसे अनेक कठिनाईयों का सामना करते हुए उन्होंने स्पेन में मात्र 14 घंटे 30 मिनट में 3.8 कि0मी0 तैराकी, 180 कि0मी0 साईकलिंग और 42.2 कि0मी0 दौड़ को पूरा कर प्रदेश का नाम पूरे विश्व में रोशन कर दिया है। इस अवसर पर श्री मिश्रा से सी0एस0आई0 टाॅवर के अधिकारीगण, उनके परिवार के सदस्य एवं तमाम बच्चों ने भेंट किया । श्री मिश्रा (आयरन मैन) ने बच्चों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि यदि बच्चें अपने मन में किसी भी असम्भव लक्ष्य को हासिल करने की ठान लें और उसके लिए वे पूर्ण मनोयोग से प्रयास करें तो निश्चित रूप से जीवन में किसी भी प्रकार की भौतिक बाधाएं उन्हें रोक नहीं सकती । उन्होंने कहा कि हम सब दौड़ने के लिए ही जन्में है और आज के बच्चे भविष्य के आयरन मैन हैं। मैं आशा करता हूँ कि आयरन मैन सरीखे इवेंटस भारत में और खासतौर पर उत्तर प्रदेश में आयोजित किये जाने चाहिए ताकि युवाओं को इससे अपने लक्ष्य को हासिल करने की प्रेरणा मिल सके। 

इस अवसर पर परिवहन आयुक्त एवं प्रबंध निदेशक रोडवेज के0रवीन्द्र नायक, प्रमुख सचिव स्टाम्प एवं पंजीयन श्री अनिल कुमार, सचिव बेसिक शिक्षा आशीष गोयल, विशेष सचिव उद्योग यशोद भाष्कर एवं विशेष सचिव बेसिक शिक्षा अमृता सोनी एवं सी0एस0आई0 टाॅवर परिवार के सदस्य उपस्थित थे।